मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
विधानसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने बड़े पैमाने पर निर्वाचन कर्मियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर केंद्रीय विद्यालय, गन्नीपुर को मुख्य केंद्र बनाया गया है.प्रशिक्षण कैलेंडर के तहत, 19 अक्तूबर तक चरणबद्ध तरीके से 50 हजार से अधिक पीठासीन पदाधिकारियों व मतदान पदाधिकारी प्रथम, द्वितीय और तृतीय को प्रशिक्षित किया जाएगा. शुक्रवार को प्रशिक्षण केंद्र का भ्रमण कर डीएम ने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. उन्होंने प्रशिक्षण हॉल और तकनीकी उपकरणों का जायजा लिया और कर्मियों को संबोधित किया. डीएम ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव है और सभी कर्मी पूरी निष्ठा और समर्पण भाव से प्रशिक्षण लें. उन्होंने जोर देकर कहा कि निर्वाचन कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए, क्योंकि एक छोटी सी गलती भी चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर सकती है. निर्वाचन आयोग ने चुनावी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुगम बनाने के लिए आईटी आधारित मॉनिटरिंग, मोबाइल एप्लिकेशन और डिजिटल रिपोर्टिंग सिस्टम जैसी आधुनिक तकनीकों का समावेश किया है.250 मास्टर ट्रेनरों को मिला विशेष प्रशिक्षण
प्रशिक्षण के पहले दिन जिला स्तरीय और विधानसभा मास्टर ट्रेनर के रूप में कुल 250 कर्मियों को विशेष ट्रेनिंग दी गई. ये मास्टर ट्रेनर हजारों मतदान और मतगणना कर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे.प्रशिक्षण में मुख्य रूप से इवीएम और वीवीपैट का संचालन, मतदान प्रक्रिया की बारीकियां, आदर्श आचार संहिता, तथा दिव्यांगजन एवं वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं की सुविधा सुनिश्चित करने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

