मुजफ्फरपुर: राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से मूल्यांकन कराने के लिए तैयारी में जुटे विवि प्रशासन ने शुक्रवार को सीनेट हॉल में अधिकारियों के अलावा सभी स्नातकोतर विभागाध्यक्षों, शिक्षकों व कर्मियों के साथ बैठक की. बैठक में अब तक की हुई तैयारियों जैसे लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआइ), सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) और पावर पोवाईंट प्रजेंटेशन (पीपीटी) की समीक्षा की गयी. अध्यक्षता कर रहे कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कॉलेजों व विवि में नैक मूल्यांकन को उच्च शिक्षा विभाग ने अनिवार्य कर दिया है.
ऐसे में बीआरए बिहार विवि को नैक से ए ग्रेड लेना है. इसके लिए हमें उसी हिसाब से तैयारी करनी है. विवि का पीपीटी तैयार है, अब विभाग अपना-अपना पीपीटी तैयार करे. वहीं स्कोरिंग असेसमेंट की उन सात बिंदुओं की बेहतर तैयारी की जाये, जिस पर अंक निर्भर करता है. विभागाध्यक्षों को विभिन्न छह प्रकार के सेल बनाने का निर्देश भी दिया गया है.
बैठक में विवि के विकास पदाधिकारी एवं आइक्युएसी के निदेशक डॉ कल्याण कुमार झा ने नैक मूल्यांकन से संबंधित अब तक की तैयारियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की. उन्होंने कहा कि कुलपति नैक मूल्यांकन कराने की प्रक्रियाओं के मामले में बेहतर अनुभव रखते हैं. हमलोगों को अपनी योजनाओं में सफलता अवश्य मिलेगी. बैठक में पीपीटी डिपार्टमेंटल प्रोफाइल, कमेटी गठन, डिस्प्ले बोर्ड व ड्रॉप बॉक्स, एमओयू, विभागीय संबद्धता व ग्रेडेशन के लिए स्कोरिंग असेसमेंट के एजेंडे पर विचार-विमर्श के बाद उचित निर्णय लिया गया. मौके पर प्रतिकुलपति डॉ प्रभा किरण, पंकज भूषण आदि थे.
यह होगा पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन
विभाग का नाम व स्थापना, कोर्स विवरणी, शिक्षक प्रोफाइल, विभागीय खोज, छात्रों की उपलब्धि व मेधा प्रोफाइल, परीक्षा आयोजन, सेमिनार व कांफ्रेंस की उपलब्धियां, शिक्षकों व छात्रों के शोध का विवरण, अवार्ड, पेटेंट, प्रकाशनों का विवरण, संबद्धता, 25 पूर्ववर्ती टॉपर आदि प्रमुख उपलब्धियां. इसके अलावा लाइब्रेरी, आइसीटी सुविधाएं एवं उसका उपयोग, शारीरिक शिक्षा-स्पोर्टस, गेम, जिम आदि की उपलब्धियां, एनएसएस, एनसीसी आदि की उपलब्धियां भी पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन का हिस्सा होगा.
इन सेलों का होगा गठन
सभी विभागों में इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल, स्टूडेंट काउंसेलिंग सेल, ग्रिवांसेज सेल, पैरेंट्स टीचर एसोसिएशन, प्लेसमेंट सेल, स्टाफ वेलफेयर कमेटी, अल्युमिनी एसोसिएशन, यौन उत्पीड़न के लिए रोकथाम सेल व एंटी रैगिंग सेल का गठन किया जायेगा.
ये भी होंगी सुविधायें
पीजी विभागों में कैफेटेरिया, हेल्थ सेंटर, बायोलॉजिकल वेस्ट प्रबंधन की व्यवस्था, जेनरेटर, वाटर मैनेजमेंट, वाटर हाव्रेस्टिंग आदि की सुविधायें भी होंगी.