मुजफ्फरपुर : मुर्तुजा काॅम्प्लेक्स में चल रहे सत्याग्रह में शनिवार को महिलाओं व पुरुषों ने राष्ट्रीय गीत का गायन कर सभा की शुरुआत की. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने देश में अघोषित आपातकाल लगा रखा है. किसी को बोलने की आजादी नहीं दे रही है.
देश में 144 लगा कर सरकार अपने खिलाफ उठ रही आवाज को दबाना चाहती है, लेकिन संविधान को बदलने के विरोध में धरना कर रहे लोगों का आत्मविश्वास नहीं डिग सकता. वक्ताओं ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे चल गया, उसी तरह सरकार एनपीआर और एनआरसी को देश में चलाना चाहती है. संविधान पर यह हमला बर्दाश्त से बाहर है.
सत्याग्रह को इंसाफ मंच के राज्याध्यक्ष सूरज कुमार सिंह, जय प्रकाश, राजा राम पासवान, मुफ्ती आले हसन, इम्तियाज अहमद अर्सी, मतलुबुर रहमान, शफीकुमर रहमान, राशिद तनवीर, नसीम अख्तर, मो एजाज, अकबर आजम सिद्दिकी सहित कई लोग शामिल थे. नागरिक समाज की ओर से सीएए और एनआरसी के विरोध में शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर चल रहा धरना छठे दिन शनिवार को भी जारी रहा.
इस मौके पर यहां संकल्प सभा का आयोजन किया गया. सभा को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता कुंदन कुमार ने कहा कि जब तक सरकार भेदभाव करने वाला कानून वापस नहीं लेगी, हमलोगों का आंदोलन जारी रहेगा. जन जागरण चलाकार हम लोगों को जागरूक करेंगे. नदीम खान ने कहा कि देश भीषण आर्थिक मंदी से गुजर रहा है, करोड़ों लोग बेराेजगार हो गये, गरीबी, महंगाई और भूखमरी की स्थिति बनी हुई है.