श्रीवास्तव, जमशेदपुर : शहर में हर दिन आैसतन दो बाइक की चोरी हो रही है. बाजार करने अथवा किसी कार्य से बाहर निकले लोगों के सामने बड़ी चिंता बाइक को सुरक्षित रखने की होती है. बाइक चोरी की घटनाओं में पुलिस की उपलब्धि औसत से भी कम है. इसका खुलासा स्वयं प्रमंडलीय पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट से हो जाता है.
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में जमशेदपुर में 547 बाइक चोरी के मामले दर्ज किये गये़ इसमें मात्र 52 में ही पुलिस को सफलता मिली, जो बाइक रिकवर हो सकी. कोल्हान के तीनों जिलों में जमशेदपुर में बाइक चोरी के मामले सबसे अधिक है़ लेकिन चोरी के मामलों का उद्भेदन करने में पुलिस को अधिक कामयाबी नहीं मिल पा रही है. 2019 के 42 दिनों में गाड़ी चोरी के 50 से अधिक मामले दर्ज किये जा चुके है़
सिदगोड़ा में घर से कार ले गये चोर
सिदगोड़ा क्रॉस रोड नंबर 14 में टाटा स्टील कर्मी किशुन सोरेन के क्वार्टर के आंगन से चोरों ने रात 8 बजे कार की चारी कर ली थी. इस मामलें में भी पुलिस अब तक कार नहीं खोज पायी है. किशुन के घर में चोर पीछे के रास्ते घुसे और कार की चाबी निकाल कर कार ले भागे.
बिष्टुपुर, साकची में सबसे अधिक चोरी
दो पहिया चोरी के मामले में शहर में सबसे ऊपर बिष्टुपुर एरिया है़ बिष्टुपुर में हर दूसरे दिन गाड़ी की चोरी होती है़ मार्केट, पार्क एरिया और व्यस्त इलाका होने के कारण बदमाशों को चोरी का आसान मौका मिल जाता है. लोग बाइक लगाकर बाजार जाते है और चोर अपना काम कर लेते है़ं बिष्टुपुर के बाद साकची थाना क्षेत्र में चोरी की वारदात अधिक होती है.
सिंगल लॉक वाली गाड़ी पर नजर
बदमाशों की नजर उन दो पहिया वाहनों पर होती है जो सिंगल लॉक लगा रहता है़ हैंडल लॉक लगाकर छोड़ देने वाले वाहनों का अधिक निशाना बनाया जाता है. चक्का में सिक्कड़ या चेन लॉक होने पर बदमाशों को परेशानी होती है या खोलने पर पकड़ाने का डर लगा रहता है़
ऐसा नहीं है कि गाड़ी चोरी के मामलों को सुलझाने में पुलिस को सफलता नहीं मिली हो. यह सही है कि सफलता का अनुपात कम है. हमारी टीम लगातार इस दिशा में काम कर रही है कि बाइक चोर गिरोहों को पकड़ा जाये. कुछ बड़े मामलों में सफलता भी मिली है़
अनूप बिरथरे, एसएसपी, पूर्वी सिंहभूम