मुजफ्फरपुर : शहर में बने ज्वेलरी पर भी हॉलमार्क लगेगा. भारतीय मानक ब्यूरो ने बुधवार को गरीबनाथ मंदिर रोड स्थित चतुर्भुज साह स्वर्णकार भवन में शिविर लगा कर 30 सर्राफा दुकानों को इसके लिए रजिस्टर्ड किया. इनका लाइसेंस पटना स्थित कार्यालय से निर्गत किया जायेगा. लाइसेंस मिलने के बाद दुकानदार अपने यहां बने ज्वेलरी की जांच भारतीय मानक ब्यूरो के पुरानी बाजार स्थित एएसजे सेंटर में करा सकते हैं.
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शहर में बनी ज्वेलरी पर भी लगेगा हॉलमार्क
मुजफ्फरपुर : शहर में बने ज्वेलरी पर भी हॉलमार्क लगेगा. भारतीय मानक ब्यूरो ने बुधवार को गरीबनाथ मंदिर रोड स्थित चतुर्भुज साह स्वर्णकार भवन में शिविर लगा कर 30 सर्राफा दुकानों को इसके लिए रजिस्टर्ड किया. इनका लाइसेंस पटना स्थित कार्यालय से निर्गत किया जायेगा. लाइसेंस मिलने के बाद दुकानदार अपने यहां बने ज्वेलरी की […]
शुद्धता में सही पाये जाने पर ज्वेलरी पर लेजर से हॉलमार्क का मुहर लगेगा. इसमें दुकान का लाइसेंस नंबर व कैरेट का मानक लिखा होगा. दुकानदार जिस ज्वेलरी पर हॉलमार्क देना चाहेंगे, उसे लेकर सेंटर पर जाना होगा. शिविर में कारोबारियों ने जीएसटी नंबर, निबंधन का फीस, टर्नओवर का विवरण, दुकान का विवरण, पैन कार्ड व आधार कार्ड देकर लाइसेंस के लिए आवेदन किया. इस मौके पर करीब एक दर्जन दुकानदारों को हॉलमार्क के बारे में बताया भी गया.
बढ़ी मांग तो दुकानदारों ने जतायी इच्छा. हॉलमार्क ज्वेलरी की बढ़ती मांग को देखते हुए दुकानदारों ने भारतीय मानक ब्यूरो से निबंधन लेने की इच्छा जतायी थी. अखिल भारतीय सर्राफा संघ की पहल पर पटना से टीम शहर पहुुंची. थोक सर्राफा संघ के सचिव संजय कुमार ने कहा कि दुकानदारों के लिए हॉलमार्क का निबंधन लेना अनिवार्य हो गया है. इससे कारोबार में पारदर्शिता रहेगी. सर्राफा कारोबारी सुजीत कुमार ने कहा कि शिविर में नहीं पहुंचने वाले दुकानदार पटना जाकर निबंधन करा सकते हैं.
क्या है हॉलमार्क
हॉलमार्क भारतीय मानक ब्यूरो का प्रमाणीकरण है कि सोना कितने कैरेट का है. ज्वेलरी पर हॉलमार्क, सोने की मात्रा, परीक्षण केंद्र का निशान, वर्ष कोड व आभूषण केंद्र का निशान अंकित होता है. सोने की शुद्धता की जांच के बाद हॉलमार्क का लोगो लगता है. जिस ज्वेलरी पर भारतीय मानक ब्यूरो की अोर से सारी चीजें लिखी होती हैं, उसे शुद्ध माना जाता है.
जिनके पास भारतीय मानक ब्यूरो का निबंधन होगा, वहीं हाॅलमार्क के ज्वेलरी बेच सकते हैं. शिविर में दुकानदारों को हॉलमार्क के बारे में बताया गया. निबंधन लेने के बाद वे अपनी ज्वेलरी पर हॉलमार्क का मुहर लगवा सकते हैं. सर्राफा संघ की पहल पर यहां शिविर लगाया गया है. इच्छुक दुकानदार पटना आकर निबंधन ले सकते हैं.
गोपाल प्रसाद सिंह, सेक्शन ऑफिसर, भारतीय मानक ब्यूरो
ऐसे होती है शुद्धता की गणना
हॉलमार्क में सोने की शुद्धता की गणना 1000 के मानक से होती है. मार्क में 916 अंकित है तो इसका मतलब है कि कुल धातु में सोने की उपस्थिति 91.6 प्रतिशत है. भारतीय मानक ब्यूरो के स्टैंडर्ड के अनुसार सोने की शुद्धता पहचानी जा सकती है. ज्वेलरी पर 958, 916, 875, 750, 585 और 375 लिखा होता है, जो क्रमश: 23, 22, 21, 18, 14 और 9 कैरेट सोने का संकेत देता है.
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