इस कारण बड़ी घटना होने से बच गयी. पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा कर शांत कराया. पहले से तय समय के अनुसार इमाम काजिम शबीब अपने समर्थकों के साथ सुबह 8.30 बजे वक्फ की दुकानों के पास तकरीर के लिए पहुंचे. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के अधिकारियों की मदद से यहां के मोतवल्ली ने वक्फ की काफी जमीन बेच दी है. ये दुकानदारों से किराया कुछ और ले रहे हैं, जबकि किराये की रसीद पर काफी कम राशि दिखा रहे हैं. वक्फ की संपत्ति का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यहां के दुकानदार मोतवल्ली को किराया नहीं दें. वक्फ की देखरेख के लिए लोगों ने जो नयी कमेटी बनायी है, उसे किराया दें .
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विवाद: बड़ी घटना होने से बची, बीबी सोगरा वक्फ स्टेट की जमीन पर तकरीर के लिए पहुंचे थे इमाम, वक्फ की जमीन पर फिर भिड़े दो पक्ष
मुजफ्फरपुर: पक्की सराय रोड स्थित बीबी सोगरा वक्फ स्टेट की जमीन पर बसे किरायेदारों व शिया जामा मसजिद के इमाम सैयद मो काजिम शबीब के समर्थकोें में बुधवार की सुबह जम कर धक्का-मुक्की व नोकझोंक हुई. यहां इमाम के तकरीर की सूचना पर डीसीएलआर पूर्वी मो शाहजहां व डीएसपी टाऊन आशीष आनंद पहले से ही […]
मुजफ्फरपुर: पक्की सराय रोड स्थित बीबी सोगरा वक्फ स्टेट की जमीन पर बसे किरायेदारों व शिया जामा मसजिद के इमाम सैयद मो काजिम शबीब के समर्थकोें में बुधवार की सुबह जम कर धक्का-मुक्की व नोकझोंक हुई. यहां इमाम के तकरीर की सूचना पर डीसीएलआर पूर्वी मो शाहजहां व डीएसपी टाऊन आशीष आनंद पहले से ही पुलिस बल के साथ मौजूद थे.
पहले से चल रहा वक्फ का विवाद
बीबी सोगरा वक्फ स्टेट का विवाद काफी दिनों से चल रहा है. इस वक्फ की जमीन पर 14 दुकानें व एक घर है. सभी किराये पर हैं. वक्फ की देखरेख के लिए मोतवल्ली सैयद इसरार हुसैन नियुक्त हैं. वक्फ की संपत्ति को बेचने की शिकायत पर मौलाना काजिम शबीब ने एक सप्ताह पूर्व यहां एक बैठक बुलायी थी, जिसमें मोतवल्ली को वक्फ की डीडी के साथ बुलाया गया था. हालांकि बैठक में मोतवल्ली नहीं आये. बैठक में यह मामला उठा कि मोतवल्ली यहां के दुकानदारों से जितना किराया लेते हैं. उतना किरायानामा में नहीं दिखाते. बची राशि उनके जेब में चली जाती है. इस बात पर लोगों ने यहां सैयद हसन आबि, दिलशाद अली, डॉ शफी हसन, मिशन मिर्जा, दिलशान व शब्बीर अहमद की एक कमेटी बना दी. उनलोगों ने दुकानदारों से कहा कि वे किराया मोतवल्ली को नहीं दें.
तकरीर के साथ ही शुरू हुई धक्का-मुक्की
मौलाना के तकरीर शुरू होते ही दो पक्षों में धक्का-मुक्की शुरू हो गयी. माहौल बिगड़ते देख मौलाना ने तकरीर रोक दी. पुलिस बल ने दोनों पक्षों को अलग कर रास्ता खाली कराया. डीसीएलआर पूर्वी व नगर डीएसपी ने लोगों को समझाया. उन्होंने कहा कि दो-तीन दिनों के अंदर दोनों पक्षों की बैठक रखी जायेगी. घटना की जानकारी मिलने पर पूर्व उपमेयर माजिद हुसैन, जिला शांति समित के सदस्य रेयाज अंसारी, मजीद व शाहिद इकबाल मुन्ना पहुंचे. मामले की गंभीरता देखते हुए देर रात तक डीसीएलआर पूर्वी मो शाहजहां व मुशहरी बीडीओ पुलिस बल के साथ मौजूद थे.
जिले में कई वक्फ हैं. बीबी सोगरा वक्फ स्टेट की जमीन पहले दो बीघा थी, अब मुश्किल से सात-आठ कट्ठा ही रह गयी. वक्फ बोर्ड के अधिकारियों की मदद से मोतवल्ली ने जमीन को बेच दिया. वक्फ की जमीन पर बने दुकानों से लिये जा रहे किराये में भी काफी कम किराया दिखाया जा रहा है. जबकि किराया कुछ और वसूली जा रही है. हमलोगों ने मोतवल्ली को बैठक में वक्फ की डीड लेकर बुलाया था, लेकिन वे नहीं आये. यहां की जनता ने सहमति से वक्फ की देखरेख के लिए कमेटी बना दी है.
मो काजिम शबीब, इमाम, शिया जामा मसजिद, कमरा मुहल्ला
बीबी सोगरा वक्फ स्टेट 1888 की है. 1984 में मोतवल्ली के तौर पर मैं नियुक्त हुआ. यहां 15 किरायेदार हैं. सभी से प्रति महीने 500 से 600 रुपये किराया लिया जा रहा है. वक्फ बोर्ड को भी इसकी जानकारी है. इमाम का अारोप गलत है. वक्फ स्टेट के कामों में उन्हें गड़बड़ी नजर आती है तो वे बोर्ड से शिकायत करें.
सैयद इसरार हुसैन, मोतवल्ली, बीबी सोगरा वक्फ स्टेट
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