फ्लैग— दुकान, मॉल, बैंक, विवाह भवन के पास नहीं है पार्किंग की व्यवस्था
पार्किंग प्रबंधन के अभाव में जाम से जूझ रहा शहर, निगम प्रशासन उदासीनबड़ी-बड़ी दुकानों व प्रतिष्ठानों में भी नहीं है पार्किंग की व्यवस्था
मुंगेरनगर निगम प्रशासन मुंगेर शहर में दुकान, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, मॉल, बैंक और विवाह भवन संचालकों के आगे बेबस और लाचार है. हालत यह है कि न तो दुकान, प्रतिष्ठान में पार्किंग की सुविधा है और न ही नगर निगम ने ही कहीं पार्किंग का प्रबंध किया है. इसके कारण शहर की सड़कों को ही लोगों ने पार्किंग क्षेत्र बना रखा है. अनियंत्रित तरीके से वाहनों के सड़कों पर पार्क होने से पूरा शहर जाम से कराह रहा है. शहर में बड़ी-बड़ी दुकानें एवं प्रतिष्ठान हैं. शॉपिंग मॉल और विवाह भवन भी हैं. पर, किसी के पास भी पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है. आवासीय होटल खोले गये हैं, लेकिन पार्किंग नहीं है. इक्के-दुक्के बड़े प्रतिष्ठान वालों ने अंडर ग्राउंड पार्किंग अवैध रूप से बना रखा है. उसे भी भंडारण क्षेत्र बना रखा रखा है. मजबूरन दुकान व प्रतिष्ठान में खरीदारी करने आनेवाले लोग सड़कों पर ही बेतरतीब ढंग से वाहनों को आड़ा-तिरछा खड़ा कर ट्रैफिक व्यवस्था को ध्वस्त कर रहे हैं. शहर का एक भी मुहल्ला ऐसा नहीं है, जहां विवाह भवन नहीं है. अकेले सोझी घाट के आसपास चार विवाह भवन व रेस्टोरेंट हैं. यहां आनेवाले लोग सड़कों पर ही वाहनों को खड़ा करते हैं. शहर के आजाद चौक पर एक धर्मशाला है, जो शादी के सीजन में हमेशा बुक रहता है. इसके कारण इस धर्मशाला के चारों ओर से गुजरी सड़कों पर ही वाहनों को खड़ा किया जाता है. पूरबसराय में भी मॉल एवं विवाह भवन है. यहां आनेवाले लोगों के भी वाहन सड़क पर ही खड़े होते हैं. सितारिया चौक, नगर भवन के समीप अवैध तरीके से व्यावसायिक वाहन चालकों ने पड़ाव बना लिया है. कुल मिलाकर कहा जाये, तो पार्किंग के अभाव में शहर की सड़कों पर वाहनों को खड़ा कर ट्रैफिक व्यवस्था को ध्वस्त किया जा रहा है.बैंकों के पास भी नहीं है पार्किंग की व्यवस्था
मुंगेर शहर में विभिन्न बैंकों की शाखाएं है. यहां करोड़ों का कारोबार प्रतिदिन हो रहा है. पर, इनके पास पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है. नगर भवन के सामने ग्रामीण बैंक, सितारिया चौक पर पीएनबी और कुछ ही दूरी पर सेंट्रल बैंक की शाखा है. यहां आनेवाले ग्राहकों और बैंक कर्मियों के वाहन सड़कों पर ही पॉर्क होते हैं. बड़ी बाजार में भी आइसीआइसीआइ बैंक की शाखा है. यहां भी पार्किंग नहीं है. बेकापुर में एक्सिस बैंक व महाकाल मंदिर के बाद एसबीआइ बाजार ब्रांच की शाखा है. यहां फुटपाथ को ऊंचा कर दिया गया है और वाहन सड़कों पर ही खड़े किये जाते हैं. नीलम रोड, कौड़ा मैदान से अंबे चौक के बीच भी बैंक शाखाएं चल रही हैं. मुख्य शहर में कई बैंकों का संचालन हो रहा है. पर, किसी के पास भी पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है. बैंक के सामने सड़क किनारे दोपहर तक इतने वाहन जमा हो जाते हैं कि दूसरे वाहन और लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है. इन बैंकों में प्रतिदिन हजारों की संख्या में ग्राहक आते हैं.कहती हैं नगर आयुक्त
नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित ने बताया कि शहर में पार्किंग की व्यवस्था रहनी जरूरी है. बोर्ड में इसका प्रस्ताव रखा जायेगा. शीघ्र ही शहर में पार्किंग प्रबंधन के लिए ठोस पहल की जायेगी.——————————————————-
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पार्किंग के अभाव में जाम से कराह रहा शहर
मुंगेर. नियमानुसार शहर के व्यापारिक प्रतिष्ठानों के साथ रेस्टोरेंट, मॉल व कॉम्प्लेक्स, शोरूम, नर्सिंग होम, बैंक, विवाह भवन में पार्किंग की व्यवस्था होनी जरूरी है. शहर में कई व्यापारिक प्रतिष्ठान बहुत पहले ही बनाये जा चुके हैं. यहां पर पार्किंग की व्यवस्था ही मौजूद नहीं है. हद तो यह है कि पिछले पांच वर्ष में भी जो व्यापारिक प्रतिष्ठान बनाये गये, वहां भी पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में लोगों को सड़क पर वाहन पार्क करने को मजबूर होना पड़ता है. इस कारण जाम की स्थिति पैदा होती है.———————————————————————-
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निगम की फाइलों में दम तोड़ रहा पार्किंग प्रबंधन का निर्णय
मुंगेर.
नगर परिषद से नगर निगम बने कई दशक गुजर गये. पर, नगर निगम प्रशासन जाम से जूझ रहे इस शहर में एक पार्किंग जोन तक नहीं बना सका है. ऐसा नहीं है कि इसे लेकर रणनीति नहीं बनी. नगर निगम प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस के साथ ही जिला प्रशासन ने इसके लिए कई बार पहल की, लेकिन पार्किंग स्थल आज तक नहीं बन सका. कई बार नगर निगम प्रशासन ने इसके लिए स्थल का चयन तक कर लिया और बोर्ड में भी पार्किंग जोन बनाने का प्रस्ताव पास किया गया. पर, पार्किंग प्रबंधन का निर्णय निगम की फाइलों में ही दम तोड़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

