मुंगेर. जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में उर्दू, हिंदी के बाद द्वितीय राजभाषा है और सरकार इसके विकास के लिए प्रतिबद्ध है. उर्दू को बढ़ावा देने के लिए सरकारी कामकाज में हिंदी के साथ उर्दू का प्रयोग अनिवार्य किया गया है. ये बातें शनिवार को नवनियुक्त 14 सहायक उर्दू अनुवादकों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण करते हुए कही. समाहरणालय स्थित संवाद कक्ष में जिलाधिकारी ने उर्दू निदेशालय बिहार द्वारा मुंगेर में नियुक्त किये गये 14 नव नियुक्त सहायक उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र दिया. डीएम ने सभी नवनियुक्त सहायक उर्दू अनुवादकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी अपने-अपने पदस्थापित स्थल पर अपना योगदान देते हुए सच्ची निष्ठा एवं कर्तव्यनिष्ठ होकर कार्य प्रारंभ करें. जिन कार्यालयों में आप लोगों को नियुक्त किया गया है, वहां उर्दू के विकास में अपने कार्य को पूरी ईमानदारी से करते रहेंगे. मौके पर जिला उर्दू भाषा कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी जावेद अख्तर, उर्दू अनुवादक मो. मेराज, सहायक उर्दू अनुवादक मो.हारून रशीद सहित अन्य उपस्थित थे.
किस सहायक उर्दू अनुवादकों को किस कार्यालय में किया गया पदस्थापन
अनुवादक का नाम कार्यालय का नाम
मो. तहसीन जिला उर्दू भाषा कोषांगबीबी शगुफता शाहीन प्रखंड कार्यालय, तारापुर
मो. याहिया सईद प्रखंड कार्यालय, बरियारपुरराशिद उजैरी अंचल कार्यालय, जमालपुर
मो. तलहा उस्मानी अंचल कार्यालय, तारापुरमो. युसूफ अनुमंडल कार्यालय, हवेली खड़गपुर
मो. अरशद अनुमंडल कार्यालय, मुंगेरमो. हुसैन प्रखंड कार्यालय, टेटियाबंबर
मो. तकी अशरफ प्रखंड कार्यालय, हवेली खड़गपुरआमना आरिफ प्रखंड कार्यालय, असरगंज
जावेद अनुमंडल कार्यालय, तारापुरमो.अयुब आजाद प्रखंड कार्यालय, संग्रामपुर
दरख्शां प्रवीण अचंल कार्यालय, सदर मुंगेरमो.मुश्फिक रजा अंचल कार्यालय, असरगंज
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