फटकार के बाद ममता ने परिजन को लौटाये 700 रुपये
मुंगेर. इन्क्वास सर्टिफिकेटशन को लेकर सात विभागों में असेसमेंट लिस्ट के मानक अनुसार कार्य नहीं होने के बाद से सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा लगातार वार्डों का निरीक्षण कर इसकी समीक्षा कर रहे हैं. इस बीच मंगलवार को प्रसव केंद्र में निरीक्षण के दौरान प्रसूता के परिजनों से ममता द्वारा पैसे लिए जाने की शिकायत सुनते ही सिविल सर्जन तरह भड़क गये. जिसके बाद उन्होंने संबंधित ममता को कड़ी फटकार लगाते हुए परिजनों को पैसे वापस कराये.बुधवार अपराह्न तीन बजे सिविल सर्जन ने प्रसव केंद्र, इमरजेंसी वार्ड, आइसीयू और एनसीडी वार्ड का जायजा लिया. जहां उनके साथ अस्पताल प्रबंधक तौसिफ हसनैन थे. प्रसव वार्ड में निरीक्षण के दौरान एक प्रसूता के परिजन ने वहां कार्यरत ममता रेणु कुमारी द्वारा प्रसव के पश्चात बख्शीश के रूप में 700 रुपये लेने की शिकायत की. ममता द्वारा रुपया मांगे जाने की शिकायत सुनते ही सिविल सर्जन बुरी तरह बिफर गये. उन्होंने ममता रेणु कुमारी को बुलाकर जमकर फटकार लगायी और परिजन को 700 रुपये वापस करवाया. साथ ही भविष्य में इस तरह की गलती दुबारा नहीं करने की हिदायत ममता को दी. इस दौरान सिविल सर्जन ने अस्पताल प्रबंधक तथा वार्ड इंचार्ज को सख्त निर्देश दिया कि वार्ड में ममता व आशा को दखल न देने दें, दोबारा इस प्रकार का मामला सामने आने पर कार्रवाई की जायेगी. सिविल सर्जन के निरीक्षण के दौरान प्रसव वार्ड में डॉ स्वाति अटोलिया तथा इमरजेंसी वार्ड में डॉ पंकज सागर सहित सभी कर्मी उपस्थित मिले. जबकि आईसीयू वार्ड में डॉ के रंजन राउंड लेते मिले. निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन ने मरीजों के पुर्जा पर लिखे गये चिकित्सा परामर्श की जांच की. साथ ही नर्सिंग स्टाफ की मौजूदगी, वार्ड में दवा की उपलब्धता तथा साफ-सफाई का अवलोकन किया. सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा इन्क्वास सर्टिफिकेशन को लेकर स्टेट असेसमेंट के लिए आवेदन कर दिया गया है. ऐसे में सभी वार्ड इंचार्ज को असेसमेंट लिस्ट के मानक अनुरूप कार्य करने का निर्देश दिया गया है.
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