जिलाधिकारी, एसपी एवं डीएफओ के नेतृत्व वाली कमेटी ने वैसे संवेदकों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया जो इस अवैध उत्खनन से प्राप्त मोरंग का उपयोग कर रहे हैं. जबकि हकीकत यह है कि रजिस्टर्ड संवेदक द्वारा काम तो लिया जाता है. लेकिन निर्माण कार्य पेटी कॉन्ट्रैक्टर को दे दिया जाता है. जिसमें पत्थर माफिया भी शामिल हैं. खड़गपुर क्षेत्र के ऋषिकुंड के पहाड़ी इलाकों मे पत्थर माफियाओं व स्लेट पत्थर का कारोबार भी चल रहा है. पहाड़पुर और उससे जुड़े पश्चित्म दिशा की ओर जाने वाली सड़क व पुरुषोत्तमपुर जवायत के रास्ते अवैध खनन का कारोबार चलता है.
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मोरंग पत्थर का धड़ल्ले से हो रहा अवैध उत्खनन
हवेली खड़गपुर: खड़गपुर क्षेत्र में धड़ल्ले से वन क्षेत्रों के अधीन पड़ने वाले प्राकृतिक संपदाओं को नष्ट किया जा रहा है. एक ओर जहां वनों की अवैध कटाई हो रही है तो दूसरी ओर मोरंग पत्थर का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. स्थानीय वनकर्मियों एवं पुलिस की मिलीभगत से यह कार्य व्यापक स्तर पर […]
हवेली खड़गपुर: खड़गपुर क्षेत्र में धड़ल्ले से वन क्षेत्रों के अधीन पड़ने वाले प्राकृतिक संपदाओं को नष्ट किया जा रहा है. एक ओर जहां वनों की अवैध कटाई हो रही है तो दूसरी ओर मोरंग पत्थर का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. स्थानीय वनकर्मियों एवं पुलिस की मिलीभगत से यह कार्य व्यापक स्तर पर चल रहा है. अवैध उत्खनन करने वालों का नेटवर्क इतना मजबूत है कि वह वन विभाग के अधिकारियों पर भी भारी पड़ रहा है.
विदित हो कि 23 मई को अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद 25 मई को वनों के क्षेत्रीय पदाधिकारी दिनेश्वर सिंह द्वारा कुछ पत्थर माफियाओं पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. उन्होंने विभाग के कर्मचारियों को भी फटकार लगाया. लेकिन अगले ही दिन माफियाओं की ऊंची पहुंच ने 26 मई को रेंजर दिनेश्वर सिंह का तबादला करा दिया. रेंजर के तबादले के साथ ही पुन: अवैध पत्थर उत्खनन का धंधा परवान चढ़ने लगा है. माफियाओं द्वारा खनन कर उसे सड़क निर्माण कार्य में लगाया जा रहा है. मोरंग पत्थर का गार्ड वाल, पुलिया निर्माण में भी प्रयोग किया जाता है.
कहते हैं अधिकारी
डीएफओ नीरज कुमार ने बताया कि पदाधिकारी का तबादला एक रूटीन वर्क है. पत्थर उत्खनन मामले में उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक की गयी थी. जिसमें पुलिस एवं वन पदाधिकारी का टीम गठित कर अवैध पत्थर उत्खनन करने वालों पर नकेल कसने का निर्णय लिया गया था.
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