Motihari: मोतिहारी. सूबे में आये दिन महिलाओं की हत्या व बलात्कार की घटनाएं हो रही है. एनडीए सरकार मूकदर्शक बनी है. आशा, ममता कार्यकर्ताओं की स्थिति भी ठीक नहीं है. बिहार के अंदर ममता और आशा का मानदेय काफी कम होने के कारण अपना और परिजनों का प्रतिपालन करना उनके लिए कष्टदायक सा बना हुआ है, उक्त बातें बिहार अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष सह पूर्व विधायक राजेंद्र राम ने कही. वे सोमवार को जिला परिसदन में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे. कहा कि 16 मई 2025 को बंजरिया पीएचसी से ममता कर्मी रेणु देवी के बरामद शव की घटना प्रथम दृष्ट्या आत्म हत्या नहीं बल्कि हत्या की घटना है. घटना स्थल पर पहुंचे पदाधिकारी और पुलिस कर्मी के करवाई गतिविधि से परिजन काफी असंतुष्ट हैं, पूर्व विधायक ने मामले की उच्च स्तरीय जांच करते हुए मामले में संलिप्त अपराधियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने और दोषियों को स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाने की मांग की.
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