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Motihari: ओ-ग्रास पोर्टल की जगह काम करेगा आरएमएस पोर्टल

नया निबंधन न होने का कारण पोर्टल से राजस्व राशि का स्थानांतरण न होना बताया गया है.

Motihari: वरीय संवाददाता, मोतिहारी.राज्य सरकार के ऑनलाइन पेमेंट पोर्टल ””””””””ओ-ग्रास”””””””” को बदल कर नयी तकनीक से युक्त सीएफएमएफएस-2 यानी आरएमएस पोर्टल क्रियेट कराने में आ रही समस्या के कारण पिछले छह दिनों से निबंधन कार्य प्रभावित है .जिले में जहां प्रति दिन करीब 350 दस्तावेज का निबंधन होता था ,जहां अभी मोतिहारी में छह दिनों से दो से पांच दस्तावेज हो रहा है ,जिनका पहले से पैसा जमा है. नया निबंधन न होने का कारण पोर्टल से राजस्व राशि का स्थानांतरण न होना बताया गया है.प्रभारी अवर निबंधक मोतिहारी कौशल किशोर मधुकर ने बताया कि यह स्थित जिले के अलावे पूरे बिहार की है .मोतिहारी में प्रतिदिन पहले 80 से 100 दस्तावेज का निबंधन होता था जो घटकर दो से पांच हो गया है. निबंधन न होने से कार्यालय में सन्नाटा सोमवार से है जो एक दो दिन में दूर हो जानी चाहिए. मिली जानकारी के अनुसार पोर्टल पर ओवर लोड के चलते चालान जमा नहीं हो पा रहे हैं, जिसकी वजह से जमीन की खरीद-बिक्री रुक गई है. निबंधन उन्हीं का हा रहा है जिनका चालान पहले ही जमा हो चुका था. आगे भी रजिस्ट्री कार्यालयों में काम प्रभावित रहने की आशंका है. इस तकनीकी समस्या ने राजस्व संग्रह को भी बाधित कर दिया है . निबंधन कार्य न होने से जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

छह रोज पहले निबंधन कार्यालयवार निबंधन का आंकड़ा

मोतिहारी.- 80 से 100, छौड़ादानों – 70 से 80, रक्सौल 25 से 30, अरेराज 70 से 80, केसरिया 40 से 50, चकिया 40 से 50, पकड़ीदयाल15 से 20 और ढाका अवर निबंधन कार्यालय में 50 से 60 निबंधन प्रतिदिन हुआ करता था. प्रभारी अवर निबंधक श्री मधुकर ने बताया कि मोतिहारी में प्रति दस्तावेज विभाग को करीब 72 हजार रूपये राज्स्व मिलता है जो पोर्टल में समस्या आने के कारण हानी हो रही है.

क्या कहते हैं अधिकारीओ-ग्रास पोर्टल 2016 में बना था ,उस समय तीन से चार लाख रूपये स्थानांतरित होते थे जो अभी करोड़ों रूपये स्थानांतरित हो रहे है.पोर्टल पुराना होने के कारण समस्या आ रही थी ,जिसके कारण आरएमएस पोर्टल का निर्माण कार्य किया जा रहा है जिससे एक साथ करोड़ो की राशि भेजी जायेगी. नया पोर्टल शुक्रवार रात से शनिवार तक चालू हो जायेगा. राज्य स्तर पर पहले करीब छह हजार निबंधन हो रहा था जो अभी करीब डेढ़ हजार है. कहा कि समस्या शीघ्र दूर होगी.

सुशील सुमनएआईजी ,निबंधन बिहार फोटो

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