Motihari : मधुबन. अक्तूबर महीने में हुई बारिश से इस वर्ष लोक आस्था के महापर्व छठ पर भी असर पड़ता दिख रहा है. मधुबन प्रखंड के सबसे बड़े छठ घाटों में शामिल हरदिया पुल स्थित छठ पानी में डूबा है. जिससे सवाल उठता है कि इस बार छठ व्रती के कैसे अर्घ देंगे. हरदिया छठ घाट पर मधुबन, हरदिया, बिसुनपुर तारा, कंशपकड़ी समेत आसपास के गांवों के लोग छठ पूजा करने जाते हैं. कातिक महीने में नदी में पूरी तरह से पानी भरा हुआ है.वही स्थिति बूढ़ी गंडक नदी के किनारे लगने वाले छठ घाटों की है. बूढ़ी गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने से सहायक नदियां हैं उफान पर हथिया नक्षत्र में हुई बारिश के बाद बूढ़ी गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने से बूढ़ी गंडक से जुड़ी उसकी सहायक नदियां उफान पर है. सहायक नदियों में पानी का बहाव ठहर सा गया है. फिलहाल पानी घट नहीं रहा है. जिससे पानी प्रदूषित होकर काला होने लगा है. पानी नहीं घटने पर इस वर्ष छठ पर्व पर भी प्रतिकूल असर पड़ता दिख रहा है. जिससे लोग सामूहिक रूप से छठ मनाने से वंचित हो सकते हैं.
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