Motihari: रक्सौल . रक्सौल शहर के मुख्य पथ स्थित थाना परिसर में स्थित प्राचीन शिव मंदिर मंगलवार को श्रद्धा, भक्ति और वैदिक अनुष्ठानों का गवाह बना. भगवान शंकर सहित अन्य देवी-देवताओं की भव्य प्राण प्रतिष्ठा विधिवत मंत्रोच्चार और यज्ञ के साथ सम्पन्न हुई. इस आयोजन ने न केवल धार्मिक चेतना को जागृत किया, बल्कि नगरवासियों को एक सूत्र में भी पिरोया गया. मंगलवार प्रातः काल से ही मंदिर परिसर भक्तों की भीड़ से सराबोर हो गया. विद्वान ब्राह्मणों के सान्निध्य में यज्ञ-हवन, पूजन और प्राण प्रतिष्ठा की पूर्ण धार्मिक विधियों का पालन करते हुए भगवान शंकर और अन्य देवताओं को जीवंत रूप प्रदान किया गया. यह मंदिर वर्षों पूर्व नगरवासियों की आस्था का केंद्र था, परंतु समय के साथ यह उपेक्षित और जर्जर हो गया था. आज इस मंदिर को फिर से जीवंत स्वरूप देने का श्रेय प्रमुख व्यवसायी आनंद रूंगटा और उनके परिवार को, जिन्होंने अपने निजी संसाधनों एवं अन्य समाजसेवियों के सहयोग से इस मंदिर का कायाकल्प किया. उनका योगदान न केवल आर्थिक था, बल्कि भावनात्मक भी, जिससे यह दिव्य धरोहर फिर से नगर की शान बन गई है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें नगर के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर प्रसाद ग्रहण किया और पुण्य लाभ प्राप्त किया. वातावरण में भक्ति, उल्लास और संतोष की मिलीजुली अनुभूति थी. मौके पर राज कुमार गुप्ता, नगर इंस्पेक्टर राजीव नंदन सिन्हा, रवि गुप्ता, राजेश पटेल, निरज अग्रवाल सहित सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद थे. प्राण प्रतिष्ठा में शामिल सभी ने मंदिर की भव्यता और शांति को देखकर गर्व का अनुभव किया. मंदिर अब न केवल पूजा-अर्चना का केंद्र रहेगा, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए भी एक नई ऊर्जा का स्रोत बनेगा.
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