रक्सौल .आदापुर को पहचान दिलाने वाले ऐतिहासिक धरोहर के रूप में विख्यात आदापुर पोखरा का कायाकल्प कर इसके जीर्णोद्धार का रास्ता साफ हो गया है. इस पोखर को सरकार के अति महत्वाकांक्षी मिशन जल जीवन हरियाली योजना में शामिल करने की कवायद अंतिम चरण में है. इसको लेकर लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता ने स्थानीय सीओ को पत्र निर्गत कर इसे जल जीवन हरियाली योजना में शामिल करने के लिए चिन्हित कर इसके जीर्णोद्धार किए जाने की बात बताई है. इस पोखर को अतिक्रमण मुक्त कराने की बात कही गई है. ताकि इसका सही से डीपीआर तैयार कर विभाग को भेजा जा सके. लघु सिंचाई प्रमंडल मोतिहारी के कार्यपालक अभियंता ई. युक्तिनाथ मिश्र ने अपने कार्यालय के पत्रांक 342 दिनांक पांच मार्च 25 को निर्गत पत्र में बताया है कि इस पोखर के जीर्णोद्धार के लिए एमएलसी महेश्वर सिंह के द्वारा विधान परिषद में प्रश्न उठाया गया था. जिसके आलोक में विभाग के कनीय अभियंता द्वारा दिए गए सर्वे प्रतिवेदन में पोखर के किनारे अस्थाई एवं स्थाई रूप से हुए अतिक्रमण का उल्लेख किया गया है. जिसे अतिक्रमण मुक्त कर इसके विकास को लेकर डीपीआर बनाया जाना है. इधर, एमएलसी महेश्वर सिंह का कहना है कि उक्त पोखर की महता व गौरवशाली इतिहास को देखते हुए इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि थोड़ा समय लगेगा, परंतु इसे पर्यटन स्थल के रूप में जरूर विकसित किया जाएगा. वहीं एमएलसी श्री सिंह के द्वारा इस पोखर के विकास को लेकर दिखाई जा रही प्रतिबद्धता के प्रति आभार प्रकट करते हुए स्थानीय जिला पार्षद रूबी देवी एवं रमेश सिंह का कहना है कि धार्मिक आस्था एवं आपसी सौहार्द का प्रतीक इस पोखर के विकास को लेकर वे हमेशा संजीदगी दिखाते रहेंगे.
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