बिहार के बांका जिले में प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया. जब एक युवक अपनी प्रेमिका से मिलने करीब 10 किलोमीटर पैदल चलकर आया. लेकिन ग्रामीणों ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया और उसकी जमकर धुनाई कर दी. प्रेमिका इसे सहन नहीं कर सकी और ढाल बनकर सामने खड़ी हो गयी. रात में घर में सो रहे पुरोहित को जगाकर अंत में दोनों की शादी करवा दी गयी.
नहर किनारे ग्रामीणों ने पकड़कर पीटा
बांका जिले के शंभुगंज प्रखंड क्षेत्र की यह घटना है. जहां प्रेमधुन में मगन फुल्लीडुमर के डोमो कुमारपुर गांव के एक प्रेमी पैदल अपनी प्रेमिका से मिलने करंजा गांव पहुंच गया. जहां नहर किनारे एक ठिकाने पर दोनों मिलने लगे. दोनों को प्रेमालाप करते ग्रामीणों ने पकड़ लिया. पहले तो ग्रामीणों ने प्रेमी की पिटाई शुरू कर दी. लेकिन इस दौरान प्रेमिका ही ढाल बनकर सामने खड़ी हो गयी.
प्रेमिका कवच बनकर प्रेमी के सामने आ गयी
अपने प्यार को पिटता देखकर प्रेमिका कवच बनकर प्रेमी के सामने आ गयी. दोनों ने ग्रामीणों के सामने शादी करने की बात पर हामी भर दी. जिसके बाद ग्रामीणों ने आधी रात को ही गांव के शिव मंदिर में दोनों के राजामंदी से शादी करा दी. ग्रामीणों ने बताया कि लड़का का भाई गांव आया था और भरतशीला भोज खाने जाने की बात कहकर चला गया.
आधी रात को पुरोहित को जगाया गया
दरअसल डोमो के सुभाष दास के 22 वर्षीय पुत्र नीतीश दास का करंजा की एक लड़की से आंखें चार हो गयी. प्यार इस तरह परवान चढ़ते गया कि एक साथ जीने - मरने की कसम तक दोनों खा लिए.जिसके बाद इस घटना के दौरान ग्रामीणों ने आपस में निर्णय लेकर आधी रात में घर में सो रहे पुरोहित को जगाकर शादी की तैयारी शुरू करा दी. प्रेमी ने भी बगैर देर किये प्रेमिका की मांग भर दी. इस शादी के गवाह ग्रामीण बने.
Published By: Thakur Shaktilochan