मधुबनी. उस समय अजीबोगरीब स्थिति बन गयी, जब गुरुवार की दोपहर बंदरों के आक्रोशित झुंड ने रहिका – मधुबनी सड़क को रामनगर के समीप पूरी तरह जाम कर दिया. यातायात करीब चालीस मिनट तक पूरी तरह ठप हो गया. लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि किससे इसकी शिकायत करें और किसी तरह यातायात चालू हो. दरअसल, बंदरों का यह झुंड अपने एक बच्चा बंदर की बाइक की ठोकर से घायल हो जाने से आक्रोशित हो गये. इनका आक्रोश इस कदर बढ़ गया कि किसी भी पैदल यात्री के गुजरने पर पूरा झुंड उस पर काटने को दौड़ता रहा. खौफ से लोग गुजरने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गुरुवार की दोपहर किसी अज्ञात बाइक से बंदर के एक बच्चे को ठोकर लग गयी. जिससे वह बच्चा घायल हो गया. दुर्घटना के बाद अचानक सैकड़ों की संख्या में बंदरों का झुंड घटनास्थल पर पहुंच गया. बंदरों का झुंड इस राह पर आगे बढ़ने वाले के ऊपर आक्रोशित होकर काटने को दौड़ते रहे. बताया जा रहा है कि एक स्कूटी चालक रोड से गुजरने की कोशिश की तो बंदरों ने हमला कर दिया. जिससे डर कर चालक स्कूटी को बीच सड़क पर ही छोड़ कर भाग गया. हालात यह हो गया कि पैदल आने जाने वालों पर भी बंदर दौड़ते रहे. करीब चालीस मिनट तक लोग इस प्रतीक्षा में रहे कि बंदरों का झुंड हंटेगा और यातायात चालू होगा. बंदरों के झुंड के नहीं हटने पर बाद में शीशाबंद कार चालक, चार पहिया वाहन चालक शीशा को बंद कर रोड क्रॉस करना शुरू किया. इसके कुछ देर बाद बंदरों ने सड़क को छोड़ा और यातायात चालू हो सका. इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है