बिस्फी. ब्रह्ममोतरा ग्राम में संत फलहारी बाबा की पुण्यतिथि पर कबीर विचार प्रवचन व सत्संग सह भंडारा का आयोजन किया गया. उद्घाटन समस्तीपुर, रोसड़ा कुट्टी के महंत आचार्य विद्यानंद शास्त्री व महंत स्वरूपानंद साहेब व महंत डॉ सत्यप्रकाश साहेब ने फलाहारी बाबा के चित्र पर माल्यार्पण, कबीर के बंदगी एवं आरती के साथ किया. आचार्य विद्यानंद शास्त्री ने कहा कि फलाहारी साहेब एक अद्वितीय संत थे. कहा कि समाज से भेदभाव खत्म कर एक समरस समाज बनाने की सोच फलहारी साहेब में थी. उनके आदर्श पर चलकर ही मानव का कल्याण कर सकते हैं. अपने अनुयायियों से कहा कि मनुष्य जीवन बहुत कठिनता के पश्चात मिलता है. इसलिए मनुष्य को अपने जीवन मे भक्ति करना बहुत जरूरी है. कहा कि कबीर के उपदेशों को अपनाकर ही मनुष्य के कुविचारों को खत्म कर सकते है. इसके लिए पहले अपने आप में सुधार करने की आवश्यकता है. कार्यक्रम में ज़िले के नूरचक, जफरा, तेघरा, ककोरवा, चंद्रसेनपुर सहित कई गांवों के संतो ने भाग लिया. कार्यक्रम में डॉ सत्यप्रकाश साहेब, सोभित यादव, सत्यनारायण यादव, सूर्यनारायण यादव, बालबोध साहेब, महेद्र साहेब, लखन दास, सुशील यादव, विजय यादव, संजय यादव सहित सैकड़ों की संख्या में साधु महात्मा मौजूद थे.
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