आय से अधिक संपत्ति का बताया जा रहा मामला Madhubani : हरलाखी . प्रखंड अंतर्गत खिरहर थाना क्षेत्र के झिटकी गांव वार्ड 10 निवासी निलंबित अंचलाधिकारी प्रिंस राज के घर बुधवार की सुबह 10 बजे स्पेशल विजिलेंस की टीम पहुंची. टीम के पहुंचते ही सीओ के घर के बाहर कड़ी सुरक्षा लगा दी गयी. फिर टीम ने घर में प्रवेश किया. बताया जा रहा है कि निलंबित सीओ प्रिंस राज के पिता रघुनंदन साह व उसके माता से विजिलेंस ने गहन पूछताछ की. करीब तीन घंटे तक घर के कोने-कोने को खंगाला गया. यह छापेमारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गयी. हालांकि, इस मामले में किसी अधिकारी ने कुछ भी बताने से परहेज किया. छापेमारी के बाद सीओ प्रिंस राज के पिता ने बताया कि अधिकारी उनसे प्रिंस राज के बारे में कुछ बातें की थी. आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रिंस राज के दोनों ठिकाने शेखपुरा व मधुबनी में एक साथ छापेमारी शुरु हुई. डीएसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी की गयी. स्पेशल विजिलेंस यूनिट को आशंका है कि आय से अधिक संपत्ति का मामला बढ़ सकता है. जानकारी के अनुसार प्रिंस राज को 2019 में बिहार सरकार के राजस्व सेवा में सीओ के पद पर बहाल किया गया था. हाल ही में उसे निलंबित कर दिया गया. सूत्रों के अनुसार सीओ के पैतृक गांव झिटकी में छापेमारी के दौरान विजिलेंस टीम ने प्रिंस राज के आवास के विभिन्न कमरों की करीब तीन घंटे तक गहन तलाशी ली और कई दस्तावेज जब्त किये हैं. हालांकि, छापेमारी के बाद विजिलेंस टीम ने मीडिया को कुछ भी बताने से परहेज किया. प्रिंस राज के दो मैट्रिक सर्टिफिकेट आये सामने इधर, छापेमारी के बाद स्पेशल विजिलेंस यूनिट के सूत्रों ने बताया कि प्रिंस राज को 2019 में बिहार सरकार की राजस्व सेवा में सीओ के पद पर बहाल किया गया था. सीओ ने दो बार मैट्रिक की परीक्षा दी है और दोनों बार अलग-अलग नाम से पास की है. 2004 में धर्मेंद्र कुमार के नाम से और 2006 में प्रिंस राज के नाम से मैट्रिक परीक्षा पास की है. दोनों सर्टिफिकेट स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने जप्त कर लिये हैं.
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