मधुबनी. शंकर चौक के निवासी स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय बिंदेश्वरी चौधरी उर्फ हंटर बाबू के तीसरे पुत्र सतीश प्रशांत जायसवाल जर्मनी की फिल्मी दुनिया में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेर रहे हैं. अब तक करीब 90 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके सतीश जर्मनी में एक जाने माने सिने स्टार हैं. हिंदी सिनेमा के अभिनेताओं के मिमिक्री से अपने अभिनय की शुरुआत करने वाले सतीश के अदाकारी का ऐसा जलवा रहा कि वे आज जर्मनी के प्रमुख कलाकार माने जाते हैं. इन दिनों अपने घर (शंकर चौक) आये सतीश बताते हैं कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा मधुबनी के स्कूल में ही हुई. इंटर की पढ़ाई जेएन कॉलेज व बीए की पढ़ाई आरके कॉलेज से करने के बाद वे जर्मनी पंहुच गए. जर्मनी में अपनी अदाकारी से फ़िल्म व टीवी सीरियल में पहचान बनायी. उन्हें बचपन से फिल्मी अभिनेताओं का मिमिक्री करने का शौक था. वे फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन के जबरदस्त फॉलोअर रहे हैं. उनके डायलॉग की नकल उतारने में माहिर हैं. सतीश प्रशांत जायसवाल ने बताया कि उनके बड़े भाई डॉ अभय जायसवाल सन 95-96 में पटना में टूरिज्म कोर्स में उनका एडमिशन करा दिया. इसके बाद में दिल्ली के मैक्स मूलर भवन एवं पुणे से जर्मन लैंग्वेज सीखे. सन 2000 में दिल्ली के एक निजी कंपनी का अनुवादक बनकर एक्सपो में भाग लेने जर्मनी के हैंनओवर सिटी पंहुचें. वहां जर्मनी में उन्हें काफी अच्छा लगा. एक्सपो खत्म होने के बाद वे इंडिया लौट आये. श्री जायसवाल को जर्मन, अंग्रेजी,हिंदी व मैथिली भाषा पर अच्छी पकड़ थी. जर्मनी प्रवास के दौरान उन्हें कई बिहारी व भारत के विभिन्न शहरों के लोगो से मुलाकात हुई थी. 2002 में वे फाइनली जर्मनी चले गए. वहां वे फ़िल्म लाइन में अपने भविष्य को तलाशने लगे. मिमिक्री का शौख बचपन से था ही. धीरे धीरे वे वहां छोटी फिल्मों से अपने सफर की शुरुआत करते हुए एक सफल जर्मन फिल्मी स्टार हो गए. उन्होंने 90 से ऊपर फ़िल्म एवं कई टीवी सीरियल में कार्य किया. जर्मनी में उनकी कई सफल फिल्मों में एलार्म फुर कोब्रा 11, टैट्रोर्ट, मैनर हत्ज 2, बिलकोमैन, बिडेन हार्ट मेन्स आदि रहा. बढ़ती लोकप्रियता को देखकर उन्हें जर्मनी में कई सम्मान से नवाजा गया.
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