मधुबनी
. जिले मेंआग लगने की घटनाएं लगातार हो रही है. अगलगी होने पर सबसे पहले लोग अग्निशमन विभाग को ही फोन कर बुलाते हैं, लेकिन जिले में लगभग 54 लाख की जनसंख्या व 3501 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल होने के कारण कभी कभी अग्निशमन विभाग की गाड़ी समय पर नहीं पहुंच पाती है. ऐसे में जानमाल की क्षति होने की संभावना रहती है. इस वर्ष जनवरी, फरवरी व 28 मार्च तक जिले में 22 अगलगी की घटनाएं हो चुकी हैं. जिला अग्निशमन पदाधिकारी कमांडेंट संजय कुमार ने कहा कि जिले के पांच अनुमंडल में अग्निशमन कार्यालय है. इन कार्यालयों में बड़ी अग्निशमन वाहनों की संख्या 11 है. वहीं, छोटी अग्निशमन वाहनों की संख्या 16 है. अग्निशमन कर्मियों की संख्या के संबंध में कमांडेंट ने कहा कि यहां 2 अग्निशमन पदाधिकारी, 3 सब अफसर, 8 हवलदार, 108 अग्निक एवं 27 चालक पदस्थापित हैं. अग्निशमन वाहनों की संख्या कम रहने के संबंध में अग्निशमन पदाधिकारी ने कहा कि फेज वाइज अग्निशमन वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी हो रहा है. तीन वर्ष पूर्व तक जिले में 16 अग्निशमन वाहन था, जो अब बढ़कर 27 हो गयी है.पिछले वर्ष जिला में आग लगने की 144 घटनाएं हुई
जिले में पिछले वर्ष जनवरी से दिसंबर तक आग लगने की 144 घटनाएं हुई थी. इनमें से शहरी क्षेत्र में 18 स्थानों पर आग लगने की घटना हुई. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 126 जगहों पर अगलगी की घटना हुई. आग लगने की छोटी घटना 66 स्थान पर हुई. आग लगने की मध्यम घटना 59 स्थानों पर हुई, जबकि आग लगने की बड़ी घटना 13 जगहों पर हुई. गंभीर रूप से आग लगने की घटना जिला में पांच स्थानों पर हुई. जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने कहा है कि वर्ष 2024 में 2023 की तुलना में आग लगने की घटना कम हुई. 2023 में जिला में आग लगने की 176 घटनाएं हुई थी. जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी थी. 9 लोग घायल हुए थे. 45 जानवरों की मौत हुई थी. 14 जानवर झुलस हुए थे. वर्ष 2024 में आग लगने की घटना में जिला में एक व्यक्ति की मौत हुई थी. एक व्यक्ति घायल हुआ था. 45 जानवरों की मौत हुई थी. जबकि 17 जानवर झुलस गया था. वर्ष 2024 के अप्रैल माह में आग लगने की घटना जिले में सबसे अधिक हुई थी. अप्रैल माह में आग लगने की 39 घटनाएं हुई थी. कमांडेंट संजय कुमार ने कहा है कि जिले में अगलगी की घटना रोकने के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में मॉकड्रिल के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

