मधुबनी. भगवान परशुराम जयंती समारोह 30 अप्रैल को धूमधाम से मनाया जायेगा. इसका आयोजन स्थानीय होटल के सभागार में शंकर झा की अध्यक्षता में रविवार को होगा. इस दौरान परशुराम जयंती समारोह की अंतिम तैयारी की व्यापक रूप से समीक्षा की गयी. इस आयोजन की सफलता के लिये कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देते हुए उसे समय से पूरा करने का निर्देश दिया गया. निर्णय लिया गया कि इस आयोजन में मधुबनी मंडल एवं झंझारपुर मंडल से कम से कम 1008 व्यक्ति, कुल 2016 लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करने पर बल दिया गया. कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष व कमेटी को आश्वस्त किया कि हर हाल में इससे अधिक लोग भगवान परशुराम जयंती में शामिल होंगे. समारोह शहर के प्रसिद्ध चंद्रा कॉम्प्लेक्स में मनाया जायेगा. बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी सम्मानित अतिथियों व समारोह में आने वाले लोगों को भगवान परशुराम के चित्र वाला मोमेंटो दिया जायेगा. समारोह में कई अहम निर्णय लेने पर भी विचार किया जा रहा है. वक्ताओं ने कहा कि भगवान परशुराम धर्म की स्थापना अधर्म के नाश के लिये इस धरती पर अवतार लिया. आज भगवान परशुराम के आदर्श को समाज के लोगों को अपनाने की जरुरत है. अध्यक्षता करते हुए शंकर झा ने कहा कि भगवान परशुराम विष्णु के अवतार माने जाते हैं. धरती पर हो रहे अन्याय अधर्म और पाप कर्मों का विनाश करने के लिए उनका जन्म हुआ था. वे भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य और कर्ण जैसे महारथियों के गुरु थे. पूरे ब्रह्मांड में उनके जैसा पराक्रमी बीर नहीं हुआ. हमें गर्व है कि हम भगवान परशुराम के वंशज हैं. बैठक में पूर्व मुखिया अरुण कुमार झा, चंदन ठाकुर, जितेंद्र कुमार झा बीरु, डा. संजीव कुमार झा, पवन ठाकुर, मुखिया अरुण चौधरी, मिथिलेश ठाकुर, रौशन कुमार, राकेश कुमार, मोहन मिश्रा , मुकेश ठाकुर, विकास झा, सुमन झा , डॉ. नीरज पाराशर, संजय कुमार मिश्र, कृष्णेश्वर ठाकुर, प्रमोद चौधरी, उपेंद्र सिंह, पवन झा सहित कई लोग उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है