अंधराठाढ़ी. प्रखंड के कमला बलान जल ग्रहण क्षेत्र में पिछले पांच दशक में पहली बार धान की फसल पूरी तरह से प्रभावित होते दिखाई दे रही है. आमतौर पर हर साल कमला नदी में बाढ़ आने से नदी के पूर्वी और पश्चिमी तटबंध तक के बीच पानी फैल जाता था. जिससे यहां के किसान धान की रोपनी आसानी से कर पाते थे. वहीं, बरसात के दिनों में कमला नदी से पानी उछलकर खेतों में पहुंच जाया करता था. इस दौरान तीन बार से भी अधिक खेतों की अच्छी तरह सिंचाई हो जाती थी, लेकिन इस बार जुलाई का पूरा महीना बीत गया. अगस्त का दूसरा सप्ताह चल रहा है, लेकिन कमला नदी एक बार भी बहाव क्षेत्र से उछल नहीं पाया है. किसान रामभरोस महतो ने कहा कि पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है. मानसून की बरसात में कमला नदी का पानी एक बार भी नहीं उछला है. जिससे किसानों की फसल पूरी तरह प्रभावित है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

