मधुबनी.
रहिका सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देश के तहत एक मुश्त समझौता योजना लागू किया है. बैंक के ऋण पदाधिकारी अमित कुमार सिंह ने कहा कि एक मुश्त समझौता योजना के तहत केसीसी ऋण धारक को सूद की राशि में 90 फीसदी तक की छूट दी जा रही है.बैंक के स्थापना प्रबंधक श्याम कुमार ने कहा कि पिछले दस साल से जिले के 45 हजार से अधिक किसानों ने कृषि कार्य के लिए बैंक से ऋण लिया. लेकिन ऋण की राशि समय से जमा नहीं किया गया. जिसकी वजह से ऋण की राशि से अधिक सूद की राशि हो गयी है. जिसे देखते हुए रिजर्व बैंक ने सूद की राशि में 90 फीसदी तक छूट दे रही है.मिल रही सूद की राशि में छूट
रहिका सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के एमडी सुदर्शन कुमार ने कहा कि जिले के तीन सौ से अधिक पैक्स अध्यक्ष पर केसीसी ऋण की राशि एक सौ करोड़ बकाया है. जिसमें सूद की राशि पचास करोड़ होगा. जिले के लगभग 4500 किसानों पर भी पचास करोड़ से अधिक राशि बकाया है. जिसमें सूद की राशि तीस फीसदी से अधिक है. बैंक के नोडल पैक्स राजीव कुमार झा ने कहा कि सरकार के निर्देश के तहत 4 से 6 साल के बीच वाले ऋणी को सूद की राशि में 80 फीसदी तक का छूट मिल रहा है. जबकि 6 से ज्यादा से जिस के यहां राशि बकाया है. उसको 90 फीसदी तक का छूट मिल रही है.पैक्स व शाखा स्तर पर लगाया जाएगा वसूली शिविर
रहिका सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के अध्यक्ष रमन कुमार सिंह ने कहा कि एक मुश्त समझौता योजना को सफल बनाने के लिए बैंक के सभी शाखाओं व पैक्स में एक मुश्त समझौता शिविर लगाया जाएगा. अगर कोई किसान ऑनलाइन राशि जमा करना चाहते हैं तो उन्हें बैंक के पोर्टल पर ऋण की खाता संख्या देकर राशि जमा किया जा सकता है. श्री सिंह ने कहा कि ऋणी की सुविधा के लिए बैंक कर्मी सभी ऋणी के घर जाकर योजना का जानकारी भी दे रहा है. शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए बैंक के सभी कर्मी लगे हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

