हरलाखी.
लोक आस्था और सूर्योपासना का महापर्व चैती छठ पूजा के तीसरे दिन गुरुवार को व्रतियों ने संध्या अर्घ दिया. शाम के समय प्रखंड के विभिन्न गांवों में पवित्र छठ घाटों व जलाशयों किनारे सैकड़ों श्रद्धालुओं भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया. पूजा-अर्चना की.उगते सूर्य को अर्घ देने के साथ आज होगा समापन
इसके पहले व्रतियों ने वुधवार की शाम भगवान भास्कर की अराधना की. खरना पर्व किया. पर्व के चौथे और अंतिम दिन शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद श्रद्धालुओं का व्रत संपन्न हो जाएगा. इसके बाद व्रती अन्न-जल ग्रहण कर ”पारण” करेंगे. विदित हो कि हिंदू परंपरा के अनुसार, कार्तिक और चैत्र माह में छठ व्रत का आयोजन होता है. इस दौरान व्रती भगवान भास्कर की अराधना करते हैं. और मन्नते मांगती हैं. मान्यता है कि छठी मैया की विधिवत व्रत व पूजा से परिवार में सुख शांति आती है.
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