मधुबनी.
शनिवार की देर रात तेज आंधी के साथ हल्की बूंदाबांदी हुई, हालांकि मौसम विभाग ने 23 मार्च को कई जगहों पर ओलावृष्टि की संभावना व्यक्त की थी, लेकिन समाचार लिखे जाने तक ओलावृष्टि की बातें सामने नहीं आयी. लगातार तेज हवा से तापमान सामान्य से कम दर्ज हुआ. देर रात आयी आंधी से आम के मंजर को काफी नुकसान होने की बात कृषि विशेषज्ञों ने कहा है. रविवार को दिन में तेज धूप रही. जिससे किसान पूर्व की तरह ही अपने कृषि कार्य में जुटे रहे. कहीं से किसी प्रकार के जान माल की क्षति की बात सामने नहीं आयी है.देर रात आयी तेज आंधी
जानकारी के अनुसार शनिवार की देर रात तेज आंधी चली. जिससे आम के मंजर का फूल काफी अधिक क्षतिग्रस्त हो गया. सुबह लोग अपने अपने आम के बगीचे गये. जहां गिरे मंजर देख कर मायूस हो गये. इधर, इस आंधी के बाद लोगों ने अपने तैयार मसूर व दलहन फसल की तैयारी जोर शोर से शुरु कर दी है.किसानों के लिये सलाह
अगले 24 से 48 घंटे में बूंदाबांदी की संभावना को देखते हुए किसानों को कृषि कार्य में सतर्कता बरते जाने की जरुरत है. मौसम वैज्ञानिकों ने किसानो को गेहूं, अरहर, रबी फसल की कटनी के लिये सतर्कता बरते जाने की सलाह दी है. वहीं लतर वाली सब्जी, नेनुआ, करैला, कदुआ, खीरा में लाल भृंग कीट का प्रकोप इन दिनों अधिक है. जिससे बचाव के लिये डाइक्लोरवॉस 76 इ.सी. 1 एमएल प्रति लीटर पानी में मिलाकर आसमान साफ रहने पर छिड़काव करना चाहिये. हल्दी एवं अदरक की रोपाई के लिये खेत तैयार कर लेना चाहिये. खेत की जुताई में प्रति हेक्टेयर 25 से 30 टन गोबर की सड़ी खाद डालना चाहिये. 15 मई से किसान भाई हल्दी एवं अदरक की बुआई कर सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

