झंझारपुर. भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न, समाजवादी, पंथ-निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को समान अधिकार के लिए हमारा संविधान सर्वोपरि है. इसकी सुरक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है. यह बातें भारत के संविधान अंगीकार के 75 वर्ष पूरा होने पर झंझारपुर कोर्ट के गैलरी में आयोजित संविधान दिवस समारोह में शपथ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम सुशील कुमार दीक्षित ने कही. उनके नेतृत्व में व्यवहार न्यायालय झंझारपुर के सभी न्यायाधीश, अधिवक्ता, अधिवक्ता लिपिक एवं कर्मी शामिल थे. कार्यक्रम में सभी ने शपथ ली कि संविधान की सुरक्षा ही राष्ट्र की सुरक्षा है. हमलोग हमेशा संविधान निहित, अधिकार, कर्तव्यों का पालन करते हुए न्याय व्यवस्था को किसी भी विरोधाभास से अक्षुण्ण रखेंगे. कार्यक्रम में शपथ लेने वाले न्यायविदों में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश 2 पाठक आलोक कौशिक, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश 3 अनिल कुमार राम, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश 4 नयन कुमार, एसीजेएम 1 विजय कुमार मिश्र एवं हिमांशु पांडेय, एसडीजेएम आनंद राज, मुंसिफ सुमित कुमार, जेम 1 में शिखा कुमारी, फसिहा नाज फातिमा, शरीक रहमान एवं नफीस कामरान के अलावा अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष परसुराम मिश्र, महासचिव अरविंद प्रसाद वर्मा, बालकृष्ण दास, हरिमोहन दास, बलराम यादव, बिपिन कुमार झा, कर्मियों में अवकाश मिश्रा, रौशन सिंह, अरविंद कुमार आदि शामिल थे.
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