मधुबनी. चैती नवरात्र की आराधना 30 मार्च से शुरू हो रही है. देवी दुर्गा की 9 स्वरूप की अराधना के लिए जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में तैयारी पूरी कर ली गई है. शहर के काली मंदिर परिसर, सूड़ी स्कूल व चकदह में भव्य रूप से देवी दुर्गा की आराधना की जाती है. रविवार को कलश यात्रा के साथ देवी दुर्गा की आराधना शुरू होगी. काली मंदिर परिसर स्थित पूजा स्थल पर देवी दुर्गा का आवाहन व पूजा की रस्म पं. बालकृष्ण झा अपने 7 सहयोगियों के साथ करेंगे. 30 मार्च की सुबह 7 बजे कलश शोभायात्रा निकाली जाएगी. जिसके लिए तकरीबन 1001 कलश, फल, आम के पल्लव सहित अन्य सामग्री की व्यवस्था समिति की ओर से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी की गयी है. वहीं दूसरी ओर पूजा कमिटी के अध्यक्ष ने कहा कि चैती छठ को लेकर गंगासागर तलाब का सफाई की जा रही है. लाईट, साउंड एवं दूध की व्यवस्था समिति द्वारा की जा रहा है. यह जानकारी समिति के अध्यक्ष कृष्ण मोहन, सचिव रविप्रकाश श्रीवास्तव, व्यवस्थापक सह कोषाध्यक्ष कैलाश साह, कार्यालय प्रभारी दीपक कुमार दत्ता, पूजा प्रभारी बैजू यादव ने दी है. चैती छठ की तैयारी में रोज सिंह, अशोक कुमार श्रीवास्तव, राज कुमार, अनुराग कुमार, टीडीएम सुमन झा, शंभू झा, विरेंद्र झा, संजय साह, शंकर यादव, किशोरी साह सहित अन्य सदस्य जुटे हुए हैं. पं. ऋषिनाथ झा ने कहा है कि कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 13 मिनट से 10 बजकर 21 मिनट तक है. जबकि दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 50 मिनट तक कलश स्थापन की जा सकती है.
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