दरभंगा.
दोनार स्थित होली रोजरी कैथोलिक चर्च में प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव पर क्रिसमस पर्व श्रद्धा, आध्यात्मिक उल्लास और भाइचारे के वातावरण में मनाया गया. क्रिसमस के संदेश के तौर पर मानवता के लिए प्रेम, शांति, क्षमा, आशा और सेवा का आह्वान किया गया. कहा गया कि यह पर्व हमें जाति, धर्म और वर्ग की सीमा से ऊपर उठकर एक-दूसरे के साथ सौहार्द और करुणा के साथ जीवन जीने की प्रेरणा देता है. क्रिसमस की शुरुआत मध्यरात्रि में पवित्र मिस्सा से हुई, जिसमें बड़ी संख्या में विश्वासियों ने भाग लेकर प्रभु यीशु के जन्म का स्मरण किया. विश्व में शांति एवं सद्भाव के लिए प्रार्थना की. विशेष आराधना में क्रिसमस के धर्मवचनों के माध्यम से संदेश दिया गया कि प्रभु यीशु का जन्म अंधकार में प्रकाश, निराशा में आशा और टूटे हुए हृदयों के लिए सांत्वना बनकर आया. मिस्सा के पश्चात गोशाला के सामने कैरल गायन का आयोजन किया गया. इसमें बच्चों, युवाओं और वयस्कों ने प्रभु के आगमन की खुशी में भक्ति गीत गाए. कैरल गायन के साथ प्रभु को धन्यवाद अर्पित किया गया. क्रिसमस के अवसर पर सभी लोगों के लिये चर्च परिसर को खोल दिया गया था, ताकि वे इस पर्व की खुशियों में सहभागी बन सकें. आम जनता क्रिसमस पर प्रातः 10 बजे से शाम पांच बजे तक चर्च परिसर में आकर क्रिसमस की सजावट, क्रिब दर्शन और उत्सव के वातावरण का अनुभव करते रहे.होली रोजरी कैथोलिक चर्च, दोनार में क्रिसमस समारोह के सफल आयोजन में पल्ली परिषद के सदस्यों की भूमिका सराहनीय रही. संजीवन एक्का, माइकल, स्टीफन सर्पिस, राजी चाको, गेब्रियल दास, सनी पीटर, विशाल एवं आशीष ने योजना, समन्वय, व्यवस्था, सजावट, स्वागत और अनुशासन बनाए रखने जैसे दायित्वों को निष्ठा और समर्पण के साथ निभाया. होली क्रॉस स्कूल की सिस्टर्स ने भी सहयोग, मार्गदर्शन दिया.
होली रोजरी कैथोलिक चर्च, दोनार के पल्ली पुरोहित ने क्रिसमस का संदेश देते हुए प्रेम, शांति, आशा और सेवा के मूल्यों को अपने जीवन में अपनाने का लोगों से आह्वान किया. आयोजन के शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सुव्यवस्थित संचालन को लेकर जिला प्रशासन तथा पुलिस की सराहनीय भूमिका रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

