अजय आनंद, मधुबनी.
मख्य सड़क पर ब्रेकर है और प्रशासन अनदेखी कर रहा है. यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना हो रहा. शहर के प्रमुख मार्ग निधि चौक से डीएम आवासीय भवन तक सड़क सुरक्षा मानकों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है. इस मुख्य मार्ग पर करीब आठ स्थानों पर स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं. नही लगाया गया है संकेतककरीब एक किलोमीटर की दूरी में आठ बड़े ब्रेकर हैं, पर कहीं भी स्पीड ब्रेकर से पहले वाहन चालकों को सचेत करने के लिए न तो संकेतक बोर्ड लगाए गए हैं और न ही सड़क पर कोई चेतावनी चिह्न या पेंटिंग की गयी है. इससे हमेशा सड़क दुर्घटना कि आशंका बनी रहती है. कई बार दुर्घटना भी हुई है. दिन के समय तो किसी तरह वाहन चालक संभल जाते हैं, लेकिन रात में यह स्पीड ब्रेकर पर दुर्घटना होने की आशंका रहती है.आला अधिकारियों का है आवासनिधि चौक से जलधारी चौक तक करीब एक किलोमीटर की दूरी मे जिले के तमाम आला अधिकारियों का आवास है. जिसमें प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, डीएम, एसपी, अस्पताल अधीक्षक एवं एसडीओ सदर, डीएसपी का आवास है. जहां से प्रत्येक दिन इन अधिकारियों का आना जाना रहता है. इसके बावजूद सड़क सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार विभाग चुप्पी साधे हुए हैं .क्या कहता है कानूनस्पीड ब्रेकर के संबंध में वरीय अधिवक्ता ऋषिदेव सिंह ने कहा कि सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाने और पहले संकेत का कानून है. उन्होंने कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के दिशा निर्देश के अनुसार किसी भी स्पीड ब्रेकर से पहले स्पीड ब्रेकर आगे है का संकेत का बोर्ड, रिफ्लेक्टर ,रोड मार्किंग लगाना आवश्यक है. यदि यह नही लगा है तो यह गलत है.
क्या कहते हैं अधिकारीवहीं यातायात डीएसपी सुजीत कुमार ने कहा कि जिले में सड़क सुरक्षा समिति है. जहां भी सड़क की सुरक्षा की कमियां को समिति में रखी जाती है. इस मामले को भी समिति के समक्ष रखा गया हैडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

