मधुबनी.
सदर अस्पताल में मरीजों की सामान्य ऑपरेशन सुविधा शुरू होने से अब अधिकांश मरीजों को रेफर से निजात मिली है. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में हर्निया, हाइड्रोसील, बवासीर, फिशर, भगंदर, गॉल ब्लाडर के पित्त की थैली का आपरेशन, सिस्ट एवं महिलाओं के छाती में गांठ का ऑपरेशन नि:शुल्क व आयुष्मान भारत योजना के तहत किया जा रहा है. अगस्त माह में अभी तक दो दर्जन से अधिक महिलाओं का सिजेरियन ऑपरेशन किया गया है. मॉडल सदर अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है. सर्जरी के लिए आवश्यक सभी उपकरण उपलब्ध है. सर्जन नहीं होने के कारण पहले आर्थिक रूप से कमजोर मरीज जिसका सिजेरियन ऑपरेशन जरूरी होता था, उन्हें चिकित्सक रेफर कर देते थे. ज्यादातर मरीज प्राइवेट अस्पताल जाने में असमर्थ हो जाते थे. जिसका फायदा निजी नर्सिंग होम के संचालक उठाते थे. एक सिजेरियन ऑपरेशन में 25 से 30 हजार वसूला जाता था, लेकिन अब मरीजों को ऑपरेशन के लिए रेफर नहीं किया जाता है.सदर अस्पताल में पदस्थापित है पांच सर्जन
अस्पताल प्रबंधक अब्दुल मजीद ने कहा कि सदर अस्पताल में सभी तरह के ऑपरेशन के लिए पांच विशेषज्ञ सर्जन पदस्थापित हैं. इसमें डॉ. रामनिवास सिंह, डॉ. फैजुल हसन, डॉ. मेराज अशरफ, डॉ. संजीव कुमार व डॉ. अबू अमार शामिल हैं. इसके बाद सदर अस्पताल में सर्जरी का काम शुरू कर दिया गया. सदर अस्पताल में ही सभी तरह की ऑपरेशन करने की सुविधा उपलब्ध है. मरीजों को दवा के साथ भोजन भी मुफ्त दिया जाता है.सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था
सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के सामान्य एवं सी-सेक्शन प्रसव के लिए भी बेहतर व्यवस्था की गई है. सदर अस्पताल में संस्थागत प्रसव, सिजेरियन ऑपरेशन, सुरक्षित गर्भपात, बच्चेदानी निकालने सहित जटिल ऑपरेशन को कुशलता के साथ अंजाम दिया जा रहा है. इस पूरी प्रक्रिया में मरीजों की सभी चिकित्सा सेवाएं और आवश्यक उपचार मुफ्त में किया जा रहे हैं. सदर अस्पताल में महिला चिकित्सक के स्वीकृत पद के एवज में छः महिला चिकित्सक पदस्थापित हैं. अगस्त माह में अब 20 से अधिक गर्भवती महिलाओं का सी-सेक्शन किया गया है. सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार ने कहा कि जिला के सभी मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है. मरीजों द्वारा इलाज में कोताही बरतने के आरोप पर संबंधित चिकित्सक एवं कर्मियों पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

