मधुबनी : गरमी के दस्तक देते ही जल संकट गहराने लगा है. फिर से चापाकल से पानी गिरना बंद हो गया है. आलम यह है कि शहर में औसतन 260 लोगों पर एक चापाकल है. नप आंकड़ों के मुताविक शहर के 30 वार्डों में करीब 569 चापाकल लगे हैं. जिसमें से 190 चापाकल पहले से खराब है. गरमी के दस्तक के बाद इसमें इजाफा शुरू हो गया है. लोगों को पानी के लिए भटकते देखा जा रहा है या फिर जहां चापाकल ठीक है. वहां लोगों की लंबी कतारें लगी रहती है.
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260 लोगों के पेयजल के लिए एक चापाकल
मधुबनी : गरमी के दस्तक देते ही जल संकट गहराने लगा है. फिर से चापाकल से पानी गिरना बंद हो गया है. आलम यह है कि शहर में औसतन 260 लोगों पर एक चापाकल है. नप आंकड़ों के मुताविक शहर के 30 वार्डों में करीब 569 चापाकल लगे हैं. जिसमें से 190 चापाकल पहले से […]
कागज तक सिमटी हर घर नल की जल योजना
इधर मुख्यमंत्री के सात निश्चय के अंतर्गत हर घर नल का जल योजना पर काम शुरू नहीं हो सका है. गरमी के मौसम में इन योजनाओं को धरातल पर नहीं उतारा जायेगा तो शहर में गरीब तबके लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ेगा. सूत्रों के मूताबिक हर घर नल का जल योजना के लिए वार्डों का सिर्फ सर्वेक्षण का कार्य पूरा हुआ है. बताया जा रहा है कि कुछ वार्डों में सर्वेक्षण का कार्य अभी तक चल ही रहा है. अब नप प्रशासन के पास लोगों को पेयजल संकट से बचाने के लिए बंद परे चापाकल का या तो ठीक कराये या फिर नये चापाकल लगाए.
77 हजार आबादी 589 चापाकल के सहारे
3.5 वर्ग मील में फैली नगर परिषद क्षेत्र में 30 वार्ड है. प्रत्येक वार्ड में करीब 19 चापाकल विभिन्न योजनाओं से लगे हें.जिसमें से करीब 50 फीसदी चापाकल खराब पड़े हैं. प्रत्येक वार्ड में करीब 2600 की आबादी रहती है. प्रत्येक 26 व्यक्ति पर सरकार की
ओर से 1 चापाकल उपलब्ध हें. अगर इनमें से एक भी चापाकल खराब हो जाते है तो लोगों को घंटो कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है.
नहीं शुरू हुई हर घर नल की जल योजना
मुख्यमंत्री के सात निश्चिय में शामिल हर घर नल का जल योजना शहर में शुरू नहीं हुआ है. शहर में बंद परे चापाकल के मरम्मती का कार्य शुरू भी नहीं कराया जा रहा है. ऐसे में गरमी में जल संकट लाजमी है. ऐसे में गरमी में जल संकट लाजमी है. अब जबकि नप का चुनाव होने वाला है. लोग वार्ड पार्षद से चापाकल की मांग कर रहे हैं. वार्ड पार्षदों ने नाम छापने के शर्त पर बताया कि हम लोग लगातार नप को नये चापाकल ठीक कराये जा रहे है और ना ही नये चापाकल मरम्मत कराया जा रहा है.
क्या कहते हैं मुख्य पार्षद
शहर में कोई कमी नहीं होने दी जायेगी. खराब पड़े चापाकल शीघ्र ठीक कराया जायेगा. जहां जरूरत होगी नये चापाकल लगाएं जायेंगे. हर घर नल का जल योजना काम शीघ्र शुरू किया जायेगा.
हाल नगर परिषद का, गरमी के दस्तक देते ही शुरू हुआ पेयजल संकट
सालों से है परेशानी, नहीं शुरू हो सका हर घर नल की जल योजना
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