मधुबनी:जिले के हाइ स्कूल बनेंगे ऑक्सीजन बैंक. इसके लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान ने इको क्लब के माध्यम से पहल शुरू की है. इस अभियान को सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के जिला कार्यालय ने कमर कस ली है. जिला संभाग प्रभारी पंकज कुमार चौधरी का कहना है कि यदि अभियान सफल रहा तो जिले के हाइ स्कूल ऑक्सीजन बैंक का काम करेंगे.
क्या है ऑक्सीजन बैंक
प्रत्येक हाइ स्कूल में इको क्लब द्वारा पांच पीपल के पौधे लगाये जायेंगे. माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यालय के जिला संभाग प्रभारी का कहना है कि एक वृक्ष रात में 1100 लोगों को ऑक्सीजन प्रदान करेगा. पीपल के वृक्ष में यह खासियत है कि वह रात में ऑक्सीजन छोड़ता है जबकि अधिकांश वृक्ष कार्बन डाइ ऑक्साइड. उनका कहना है कि जिले में कक्षा नौ के लगभग 61 हजार छात्र-छात्रएं पर्यावरण को सुरक्षित बनाने की मुहिम में जुड़ेंगे.
पुरस्कृत होंगे छात्र
हाइ स्कूलों में पौधरोपण के तीन साल बाद तक सभी पौधे सुरक्षित रहेंगे तो इस मुहिम से जुड़े सभी छात्र छात्रओं को पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पुरस्कृत किया जायेगा. पौधे की देखरेख लगातार तीन साल तक कक्षा नौ में नामांकित छात्र-छात्रएं करेंगी. तीन साल तक पौधा जीवित रहने पर छात्र छात्रओं को पर्यावरण मित्र के सम्मान से नवाजा जायेगा.
और भी होगी अनूठी पहल
जिले में पर्यावरण प्रदूषण की बढ़ती चुनौती को देखते हुए सभी सरकारी हाइ स्कूलों में मोटर साइकिल की जगह छात्र-छात्रएं साइकिल का उपयोग करेंगी. वे साइकिल से ही स्कूल आयेंगे और वापस घर जायेंगे. जहां तक संभव होगा साइकिल ही चलायेंगे.