मधुबनीः लोकसभा चुनाव को लेकर मधुबनी व झंझारपुर लोक सभा सीट पर मतदाताओं में काफी उत्साह देखा गया. मतदाता सुबह से लेकर शाम तक लंबी कतारों में लगे रहे. हर कोई बूथ से लौटने वालों से हालचाल पूछ रहे थे. बुधवार को सड़कों पर सिर्फ वोट डालने वालों का झुंड नजर आया. महिलाएं भी बड़ी संख्या में वोट डालने निकली. पहली बार मतदान करने वालों में नया जोश व उमंग था.
सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बल तैनात थे. अधिकांश लोग पैदल ही मतदान केंद्रों तक पहुंचे. जैसे-जैसे वक्त गुजरता गया मतदाताओं की संख्या पोलिंग स्टेशनों पर बढ़ती गई. जिले में लोकसभा चुनाव का दिलचस्प इतिहास रहा है. यहां के मतदाताओं का मूड भांपने में कई प्रत्याशियों के पसीने छूट गये. कई बार चुनावी नतीजा अप्रत्याशित रहा. कई राजनीतिक दिग्गजों का यह क्षेत्र रहा है.
शफिकुल्लाह अंसारी,हन्नान अंसारी, भोगेंद्र झा, शिवचंद्र झा, धनिक लाल मंडल, चतुरानन मिश्र, डॉ. गौड़ी शंकर राजहंस, जगन्नाथ मिश्र, डॉ. शकील अहमद जैसे राजनीतिक दिग्गजों ने इसी जिले से अपने राजनीतिक भाग्य को आजमाया था. बुधवार को हुए मतदान में भारत सरकार के मंत्री रह चुके दो सांसदों के भाग्य का फैसला होने वाला है.
दोनों मंत्री कई बार लोकसभा का चुनाव पूर्व में भी इस जिले से जीत चुके हैं. ये हैं हुक्मदेव नारायण यादव व देवेंद्र प्रसाद यादव. इन दोनों पूर्व केंद्रीय मंत्रियों का राजनीतिक भविष्य दावं पर लगा है. मधुबनी लोकसभा चुनाव में केंद्र सरकार के पूर्व मंत्री डॉ. शकील अहमद के चुनावी मैदान में नहीं रहने से मुकाबला काफी दिलचस्प हो
गया है.
महिलाओं की पसंद
मधुबनी से शिव सेना की प्रत्याशी के रूप में कुमारी रीता व झंझारपुर से महिला प्रत्याशी के रूप में नोबेल शांति पुरस्कार के लिये नामित तिलिया देवी आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी हैं. जिले में लगभग 16 लाख महिला मतदाता हैं. इस क्षेत्र के मतदान का रिजल्ट को महिला मतदाता काफी हद तक प्रभावित करती दिख रही हैं.