फोटो-मधेपुरा- 11- कुलपति, 12- विभागाध्यक्ष डॉ नरेंद्र श्रीवास्तव, 13- बीएनएमयू गेट 68 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति कम, 28 नवंबर से आठ दिसंबर तक विशेष कक्षाएं; कुलपति ने भी दिए कड़े निर्देश मधेपुरा. बीएनएमयू के स्नातकोत्तर जंतु विज्ञान विभाग में छात्रों की कम उपस्थिति को लेकर प्रशासन सख्त रुख अपनाने जा रहा है. विभागाध्यक्ष डॉ नरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि एमएससी जूलॉजी थर्ड सेमेस्टर (सत्र 2024–26) के विद्यार्थियों की उपस्थिति की समीक्षा की गयी, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम पाई गयी. ऐसे विद्यार्थियों को विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए निर्देश दिया है कि वे तुरंत कक्षाओं में उपस्थित होकर अपनी उपस्थिति पूरी करें, अन्यथा उन्हें परीक्षा प्रपत्र भरने से वंचित कर दिया जाएगा. कक्षा से गायब रहने वाले छात्रों पर विभाग की नजर एचओडी ने बताया कि विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार प्रत्येक छात्र के लिए 75% उपस्थिति अनिवार्य है. विभागीय सूचना मिलने के बाद भी कई छात्र लगातार गैरहाजिर रहे. इस स्थिति को देखते हुए विभाग ने कम उपस्थिति वाले विद्यार्थियों के लिए 28 नवंबर से 8 दिसंबर तक विशेष कक्षाओं की व्यवस्था की है. इस अवधि में विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी. निर्धारित समय में उपस्थिति पूरी नहीं होने पर परीक्षा फॉर्म विभाग द्वारा अग्रसारित नहीं किया जाएगा. 68 विद्यार्थियों की उपस्थिति 75% से कम विभागीय आंकड़ों के अनुसार कुल 68 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति न्यूनतम मानक से कम है. इनमें दो विद्यार्थियों ने बीच में ही टीसी ले ली है, जबकि 11 विद्यार्थियों की उपस्थिति विभागीय रिकॉर्ड में शून्य दर्ज है. विभाग ने ऐसे छात्रों के प्रति सख्त रुख अपनाते हुए अंतिम अवसर प्रदान किया है कि वे निर्धारित अवधि में उपस्थित होकर अपनी स्थिति सुधारें. डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि जिन विद्यार्थियों की उपस्थिति पहले ही पूरी हो चुकी है, उनकी नियमित कक्षाएं फिलहाल स्थगित रहेगीं. विभाग का उद्देश्य छात्रों में शैक्षणिक अनुशासन सुनिश्चित करना है, ताकि वे पाठ्यक्रम की बेहतर समझ विकसित कर सकें. कुलपति ने भी दिया कड़ा संदेश कुलपति प्रो वीएस झा ने स्पष्ट कहा कि निर्धारित उपस्थिति के बिना किसी भी छात्र को परीक्षा प्रपत्र भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित शैक्षणिक मानकों का पालन करने पर बल देते हुए विभागीय पहल की सराहना की. कुलपति ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा तभी संभव है, जब विद्यार्थी नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित हों. उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे इस अवसर को हल्के में न लें और समय रहते अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें. विश्वविद्यालय प्रशासन ने आगे भी उपस्थिति और शैक्षणिक गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने की बात कही है.
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