कुमारखंड.प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित ई-किसान भवन में शुक्रवार को प्राकृतिक खेती विषय पर किसानों को प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान रासायनिक उर्वरक के बजाय गोबर, गोमूत्र, गुड़ व बेसन जैसी प्राकृतिक सामग्री से खाद बनाने की विधि सिखायी गयी. कृषि विज्ञान केंद्र मधेपुरा के पशु वैज्ञानिक सुनील कुमार, मास्टर ट्रेनर प्राकृतिक खेती उपेंद्र कुमार, कृषि समन्वयक संतोष कुमार गुप्ता, सहायक तकनीकी प्रबंधक रूपेश कुमार ने प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया. इस दौरान कृषि वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञ के द्वारा प्राकृतिक खेती कार्यक्रम के अंतर्गत तकनीकी सत्र में प्राकृतिक खेती से होने वाले फसलों के प्रबंधन पर चर्चा की गयी. इनमें प्राकृतिक खेती एवं जैविक खेती के अंतर के बारे में बताया गया. इस दौरान गोबर, गोमूत्र, गुड़, बेसन एवं संजीव मिट्टी से प्राकृतिक खाद बनाने की विधि, जैव कीटनाशकों के रूप में विभिन्न प्राकृतिक पदार्थों जैसे लहसुन,मिर्च आदि का उपयोग, बीजामृत, जीवामृत एवं नीमास्त्र आदि के निर्माण एवं प्रयोग के बारे में जानकारी दी गयी. इनके अलावा प्राकृतिक खेती से भविष्य में होने वाले लाभ व प्रभावों के बारे में भी जानकारी दी गयी. मौके पर कृषि समन्वयक रानी कुमारी, सौरभ कुमार सुमन, लेखापाल ओमप्रकाश साह, किसान सलाहकार नरेंद्र कुमार, विप्लव कुमार, विनोद कुमार, दामोदर राम, शैलेंद्र राम, किसान भोला प्रसाद यादव आदि मौजूद थे.
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