अनदेखी. चार करोड़ की राशि से बना मॉडल बस स्टैंड सुविधा देने के बजाय अपने निर्माण पर बहा रहा आंसू मधेपुरा. जिला मुख्यालय स्थित पश्चिमी बाईपास रोड में मॉडल बस स्टैंड में शौचालय की सही व्यवस्था नहीं होने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बस स्टैंड परिसर में बने शौचालयों की स्थिति काफी दयनीय है. साफ-सफाई के अभाव में लगातार गंदगी फैल रही है. इससे यात्रियों को खासकर महिलाओं और बुजुर्गों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. गौरतलब है कि नगर परिषद क्षेत्र के बायपास में बुडको द्वारा करीब चार करोड़ की राशि से कोसी-सीमांचल इलाके में पहला मॉडल बस स्टैंड बनाया गया, जो लोगों को सुविधा देने के बजाय अपने निर्माण पर आंसू बहा रहा है. बस स्टैंड में यात्रियों की सुविधा के लिए कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है. स्टैंड पर यात्रियों को पेयजल, शौचालय, यूरिनल सहित गंदगी से दो चार होना पड़ता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रतिदिन हजारों यात्रियों का आवागमन होने वाले इस बस स्टैंड पर स्वच्छ और सुचारू शौचालय की व्यवस्था अनिवार्य है, लेकिन जिम्मेदार विभाग की अनदेखी के कारण स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है. कई यात्री शिकायत कर चुके हैं कि शौचालयों में पानी की समुचित व्यवस्था नहीं रहती, सफाई भी समय पर नहीं होती और बदबू के कारण वहां जाना मुश्किल हो जाता है. यात्रियों ने प्रशासन से मांग की है कि बस स्टैंड परिसर में जल्द से जल्द स्वच्छ, सुरक्षित और आधुनिक शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये, ताकि लोगों को बुनियादी सुविधाओं के लिए परेशान नहीं होना पड़े. बस स्टैंड के दक्षिणी भाग में वेटिंग जोन यानी प्रतीक्षालय का निर्माण कराया गया है. प्रतीक्षालय में स्टील चेयर लगाये गये हैं. यात्री बस स्टैंड में बस का इंतजार कर सकते है. छत में पंखा व प्रकाश की भी बेहतर व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा प्रतीक्षालय में बैठने के अलावा लगेज रखने के लिए भी पर्याप्त जगह का प्रावधान किया गया है. जो शो-पीस बनकर रह गया है.
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