शंकरपुर. शंकरपुर बाल विकास परियोजना में अनियमितता को लेकर 84 सेविकाओं ने शनिवार को विरोध किया. सेविकाओं ने आरोप लगाया है कि प्रखंड समन्वयक के पद पर कार्यरत कर्मी राजेश कुमार के निर्देश पर वे सभी 12 सितंबर को पंजी जमा करने परियोजना कार्यालय पहुंची, लेकिन कार्यालय कर्मियों के असहयोग से विवाद की स्थिति बन गयी. इसके बाद कार्यालय से सभी सेविकाओं को अमर्यादित व्यवहार का दोषी ठहराते हुए सामूहिक स्पष्टीकरण पूछा. इस पर सेविकाओं ने विरोध जताया है. सेविकाओं का कहना है कि राजेश कुमार के इशारे पर लगातार महिला कर्मियों से दुर्व्यवहार किया जा रहा है और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. वहीं जांच के लिए 25 अक्टूबर को बुलायी गयी बैठक में सेविकाओं ने साक्ष्य सहित पक्ष रखा, लेकिन सीडीपीओ स्वाति कुमारी ने उनके तर्कों की अनदेखी की. इस दौरान परियोजना के तुगलकी आदेश का असर यह हुआ कि पांच मिनी आंगनबाड़ी केंद्र (संख्या 103, 100, 99, 94, 92) बंद रहे, क्योंकि वहां सहायिका कार्यरत नहीं है. प्रभारी एलएस राजेश कुमार ने कहा कि जानकारी नहीं है, अगर ऐसा हुआ तो स्पष्टीकरण मांगा जायेगा.
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