उदाकिशुनगंज.
नगर परिषद क्षेत्र में अवैध रूप से की जा रही होल्डिंग टैक्स वसूली मामले में कार्यपालक पदाधिकारी ने कार्रवाई की दिशा में कदम बढ़ाया है. ईओ ने माना है कि नियम विरुद्ध वसूली हो रही थी. इस मामले में गंभीर नप के कार्यपालक पदाधिकारी कमलेश कुमार ने एमटीएस प्रिंस कुमार से स्पष्टीकरण मांगा है. एमटीएस प्रिंस कुमार से मांगे गए स्पष्टीकरण पत्र में उल्लेख किया गया है कि नप कार्यालय द्वारा 13. 10.2025 को नगर परिषद क्षेत्रान्तर्गत राजस्व संग्रहण के लिए कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी. उक्त आदेश के आलोक में कार्यालय के कर्मियों के द्वारा टैक्स का संग्रहण किया जा रहा है. इसी क्रम में 12.11.2025 को प्रशांत कुमार पिता- गणेश प्रसाद गुप्ता वार्ड संख्या 15 के द्वारा पत्र के माध्यम से कार्यालय को कर संग्रह की राशि अत्यधिक होने के संबंध में सूचित किया गया है. टैक्स संग्रहण के समीक्षा के उपरांत नप के अधिकारी ने पाया कि एमटीएस के द्वारा टैक्स की गणना एआरवी (एनुएल रेंटल वैल्यू ) पर की गयी, जबकि टैक्स का दर एआरवी (एनुअल रेंटल वैल्यू ) का नौ प्रतिशत की जानी थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है. यह पूछा गया है कि संतोषप्रद जबाव नहीं मिलने की स्थिति में क्यों न कार्य से मुक्त कर दिया जाए. इस मामले में तत्काल दंड स्वरूप एमटीएस का एक सप्ताह के मानदेय में कटौती की गयी है. मालूम हो कि पिछले दिनों होल्डिंग टैक्स वसूली मामले में व्यवसायियों का आक्रोश सामने आया. टैक्स वसूली में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया. व्यवसायियों ने इसे लेकर बैठक कर नप के निर्णय का विरोध जताया. व्यवसायियों ने कहा कि नियमानुसार वसूली नहीं होने पर टैक्स की राशि नहीं देंगे. वहीं टैक्स राशि और नियम को सार्वजनिक करने की मांग की. वहीं नप के उपमुख्य पार्षद मिंकी कुमारी ने जिलाधिकारी व अन्य को आवेदन देकर अवैध रूप से की जा रही टैक्स वसूली मामले में कार्रवाई की मांग की थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

