मधेपुरा. बीएनएमयू में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कार्यों को गति प्रदान की जा रही है. कुलपति प्रो बीएस झा ने मई 2025 में लंबे समय बाद स्थायी कार्यक्रम समन्वयक की नियुक्ति की. नवनियुक्त समन्वयक डॉ सुधांशु शेखर ने कुलपति से आदेश प्राप्त करते हुये परामर्शदात्री समिति का गठन किया. वहीं बैठक में एनएसएस से जुड़ी प्रायः सभी समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया व उसके समाधान की सार्थक पहल की जा रही है. डॉ शेखर ने बताया कि बैठक में वर्ष 2026-2027 के लिए 40 लाख 75 हजार छह सौ रुपये का बजट पारित किया गया है. इसमें सबसे अधिक 40 इकाइयों के नियमित गतिविधियों के लिए लिए कुल 14 लाख 40 हजार रुपये और सात दिवसीय विशेष शिविर के लिए 14 लाख निर्धारित की गयी है. उन्होंने बताया कि पूरे वर्ष विश्वविद्यालय स्तर पर कार्यक्रमों के आयोजन के लिए एक कैलेंडर जारी किया जायेगा. एनएसएस का वार्षिक दीक्षांत समारोह व अंतर विश्वविद्यालय कैंप का आयोजन किया जायेगा. इसके लिए क्रमशः एक लाख 20 हजार व तीन लाख रुपये का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा एनएसएस की अर्धवार्षिक पत्रिका के प्रकाशन के लिए 25 हजार रुपये मात्र का बजट निर्धारित किया गया है. उन्होंने बताया कि एनएसएस का आदर्श वाक्य ””मैं नहीं, बल्कि आप”” है. यह हमें निस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित करता है. इसलिये सभी कार्यक्रम पदाधिकारी व स्वयंसेवक अपने निहित स्वार्थों से ऊपर उठकर समाज व राष्ट्र के लिए कार्य करते हैं. इनको प्रोत्साहित करने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर प्रत्येक वर्ष उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन कार्यक्रम पदाधिकारियों तथा 10 स्वयंसेवकों को पुरस्कृत किया जायेगा. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारियों व स्वयंसेवकों की कार्य दक्षता बढ़ाने के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम कराया जायेगा. कार्यक्रम पदाधिकारियों को अनुभव प्रमाण-पत्र जारी किया जायेगा व पॉकेट एलवायंस का भुगतान किया जायेगा व स्वयंसेवक को भी प्रमाण-पत्र व अन्य सुविधाएं दी जायेगी.
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