घैलाढ़ : प्रखंड के बरदाहा से झिटकिया जाने वाली सड़क की स्थिति काफी जर्जर है. इस सड़क पर महज सात किमी की दूरी दो घंटों में तय करना ग्रामीणों की किस्मत बन चुकी है. सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि इस सड़क से गुजरने वाले वाहनों के साथ – साथ आम लोगों को घोर परेशानी का सामना करना पड़ता है.
करीब 50 हजार की आबादी का आवागमन इस सड़क से होता है. इस सड़क से घैलाढ़ प्रखंड मुख्यालय ही नहीं जिला मुख्यालय तक पहुंचा जाता है. लेकिन सड़क पर बने जगह – जगह गडढे सड़क पर पड़े गिट्टी लोगों के परेशानी का कारण है.अक्सर होती हैं दुर्घटनाएं सड़क की स्थिति इतनी जर्जर है कि वाहनों के आवागमन में काफी परेशानी होती है.
जिला मुख्यालय तक पहुंचने वाले लोग इस सड़क का उपयोग करते है. लेकिन इस सड़क से गुजरना वाहनों एवं आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. जहां सात किमी की दूरी घंटों में तय होती है. जर्जर स्थिति के कारण इस सड़क पर अक्सर दुर्घटना होती है. कई बार साइकिल सवार, दो पहिया वाहन चालक इस सड़क पर फिसल कर गिर चुके है और चोटिल भी हो चुके है. इस सड़क से गुजरना खतरे को निमंत्रण देना है. लेकिन इस सड़क के अलावे लोगों को और दूसरा विकल्प नहीं है.
जिस कारण यह सड़क आम लोगों के लिए परेशानी कारण बन कर रह गया है. सड़क की हालत जर्जर लगभग तीन वर्ष से सड़क की स्थिति दिनों दिन बद से बदतर होती जा रही है. इस सड़क की ओर प्रशासन के लोगों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता है. तीन वर्ष पहले सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. लेकिन कुछ दिनों तक कार्य चलने के बाद एकाएक सड़क निर्माण कार्य बंद कर दिया. जानकार बताते है कि संवेदक किसी मामले में उलझने के सड़क निर्माण को ठप कर दिया.
बरदाहा निवासी नागेश्वर यादव का कहना है कि सड़क की स्थिति काफी जर्जर है. इस सड़क से गुजरने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. विशेष कर दोपहिया वाहन चालक एवं साइकिल चालक आये दिन इस सड़क पर दुर्घटना ग्रस्त होते रहते है. बरदाहा निवासी अरविंद कुमार का कहना है कि सड़क पर पड़े गिटटी के कारण राहगीरों के साथ साथ वाहन चालकों को खासे परेशानी का सामना करना पड़ता है. आधे घंटे का सफर घंटों में तय होता है.
विशेष कर यदि किसी को इमरजेंसी हालत में मुख्यालय ले जाना हो तो घोर परेशानी का सामना करना पड़ता है. चकला निवासी भवेश यादव का कहना है कि लगभग तीन वर्ष से यह सड़क लोगों के परेशानी का कारण बना हुआ है. प्रखंड मुख्यालय जाने वाले लोगों को साथ ही प्रखंड क्षेत्र आने वाले लोगों को इसी सड़क से गुजरना पड़ता है.
यदि सड़क का निर्माण होता तो क्षेत्र के लोगों की परेशानी कम होती. मोहनपुर निवासी सियाराम मिस्त्री, संतोष यादव का कहना है कि इस सड़क पर प्रशासन के लोगों का ध्यान नहीं जाता है. सड़क जर्जरता के कारण क्षेत्र के लोगों के साथ – साथ इस सड़क से गुजरने वाले लोगों को खासे परेशानी उठानी पड़ती है. लोगों ने प्रशासन से अविलंब सड़क निर्माण कार्य शुरू करवाने की मांग की है. जिससे क्षेत्र के लोगों की परेशानी कम हो सके.