मधेपुरा : जिले के 13 प्रखंडों के मनेरगा योजना में कार्यरत 78 पंचायत रोजगार सेवक को बरखास्त किया जा रहा है. उप विकास आयुक्त मिथिलेश कुमार के कार्यालय में कार्रवाई की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. बड़े पैमाने पर कार्रवाई का यह मामला जिले का पहला मामला होगा. पलायन रोकने और ग्राम पंचायतों में विकासात्मक कार्य करने के उद्देश्य से शुरू की गयी सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा के संचालन में कार्रवाई की जद में आये सभी कर्मी लापरवाह बने रहे.
डीडीसी मिथिलेश कुमार ने बताया कि एक वर्ष में 12 हजार से भी कम मानव दिवस सृजित करने वाले पंचायत रोजगार सेवकों को सेवा मुक्त किया जा रहा है. विभागीय दस्तावेजों के मुताबिक ऐसे कर्मियों को बार- बार नोटिस भेज कर मनरेगा योजना संचालन के प्रति सचेत किया गया. लेकिन जिले के 78 पंचायत रोजगार सेवक योजना के प्रति अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा सके. उप विकास आयुक्त के द्वारा सभी लापरवाह पंचायत रोजगार सेवकों से स्पष्टीकरण मांगते हुए बरखास्त करने की कार्रवाई की जा रही है. विभागीय सूत्र बताते है कि चंद दिनों में कार्रवाई को मूर्त रूप देते हुए सभी पंचायत रोजगार सेवकों को बरखास्त कर दिया जायेगा.