मधेपुरा : नवरात्र शुरू है. मां दुर्गा के मंदिरों में दीप जलाने के लिए हर रोज महिलाएं नंगे पैर पहुंच रही हैं, लेकिन गंदगी का आलम यह है कि मुख्य दो पूजा पंडालों के इर्द-गिर्द भी सफाई नहीं हो सकी है. कचरे का ढेर हर मुहल्ले में हैं और नगर परिषद अपने सुस्त व मंथर गति से सफाई करने की खानापूर्ति कर रहा है. नगर परिषद क्षेत्र का एक भी मोहल्ला ऐसा नहीं है, जहां सड़क पर कचरा नहीं हो. नवरात्र के मौके पर हर तरफ कचरे का अंबार लगा हुआ है. इससे पूजा-अर्चना करने वाले माता के भक्त खासकर महिलाएं परेशान हो रही हैं. इधर, शहर को कचरे के बीच छोड़ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी भी स्वास्थ्य कारणों से लंबी छुट्टी पर चले गये हैं.
स्टेशन दुर्गा मंदिर के पास गाद से निकलती है बदबू
रेलवे स्टेशन परिसर स्थित बने दुर्गा मंदिर का अभी हाल यह है कि यहां मंदिर के आगे होटलों का कचरा एवं गाद पड़ा हुआ है. श्रद्धालु नाक पर रूमाल रख कर मंदिर परिसर पहुंच रहे हैं. गाद से इतनी बदबू निकल रही है कि लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया है. कलश स्थापना के चार दिन बीत जाने के बाद भी मंदिर परिसर सहित आसपास में साफ-सफाई का कोई प्रबंध नहीं दिख रहा है.
कार्यपालक पदाधिकारी के अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की वजह से नप के कार्य पर प्रतिकूल असर पड़ा है. नये कार्यपालक पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति के बाद स्थिति सामान्य हो जायेगी.
सुधा यादव, मुख्य पार्षद, नगर परिषद, मधेपुरा