निर्दलीय उम्मीदवार भी नहीं है दलीय उम्मीदवार से पीछे वोटरों को लुभाने के लिए उम्मीदवार कर रहे सभी प्रयास गली मुहल्ले में घूम घूमकर मांग रहे है वोट, सत्तारूढ़ प्रत्याशी सरकार की बता रहे उपलब्धि लखीसराय. बिहार विधानसभा चुनाव का अब एक पखवाड़ा से भी कम दिन शेष रह गया है. ऐसे में उम्मीदवार अपने अपने पक्ष में वोटरों को गोलबंद करने के लिए जोर शोर से प्रचार प्रसार करना शुरू कर दिया है. वाहनों पर अपने पार्टी के कद्दावर नेताओं का फोटो के साथ अपना फोटो लगा रखा है. कुछ उम्मीदवारों के द्वारा व्रतियों को सूप, नारियल, कपड़े का वितरण करने के लिए भी प्लानिंग किया जा रहा है. नेता जी अपने उम्मीदवारों को जीत सुनिश्चित कराने के लिए अपने रिश्तेदारी के यहां पहुंचकर अपना रिश्ता नाता याद दिल रहे है एवं अपने प्रत्याशियों की खूबियों का ढेर लगा रहे है. इधर प्रत्याशी भी एक भी गली मुहल्ले को छोड़ते नजर नहीं आ रहे है. स्थानीय नेता जी को लेकर लोगो से मेल जोल बढ़ा रहे है. लखीसराय विधानसभा में कांग्रेस व बीजेपी उम्मीदवार आमने सामने है. हालांकि उन्हें जनसुराज के उम्मीदवार भी टक्कर देने की कोशिश में लगे हैं. वही वोटर के उतरते चढ़ते मिजाज से खाना मुश्किल हो गया कि मैदान की बाजी किसके सिर बंधेगी. किसी भी प्रत्याशी को मतदाता यह नहीं कहते कि में आपको वोट नहीं दूंगा. हालांकि पार्टी के नाराज केडर वोटर का मिजाज कई बार बदलते भी देखा गया है. दूसरी ओर सूर्यगढ़ा विधानसभा का चुनाव बड़ा ही दिलचस्प हो गया है. यहां पर त्रिकोणीय चुनाव होने की संभावना जतायी जा रही है. इस विधानसभा चुनाव में जाति पार्टी का समीकरण देखा जा रहा है.
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