रविवार को अपहरण किये जाने को लेकर हलसी थाना में दिया गया था आवेदन-अपहृत ने ही पड़ोसी को फंसाने को लेकर रची थी साजिश,पत्नी से दिलाया था आवेदन लखीसराय. जिले के हलसी थाना क्षेत्र में दर्ज अपहरण कांड का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सफल उद्भेदन कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जिनमें अपहृत व्यक्ति उमेश यादव स्वयं भी शामिल है. यह मामला तब सामने आया जब उमेश यादव की पत्नी शारदा देवी ने हलसी थाना में अपने पति के अपहरण की झूठी प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने सोमवार को प्रेस वार्ता में बताया कि 12 अक्टूबर को हलसी थाना में कांड संख्या 252/25, भारतीय दंड संहिता की धारा 137(2)/140(2)/3(5) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था. शारदा देवी ने गांव के ही बाघो यादव उर्फ विनोद यादव, उनकी पत्नी राजकुमारी देवी, पिंकू यादव की पत्नी सविता देवी और चिंता देवी पर अपहरण का आरोप लगाया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने एसडीपीओ शिवम कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया. तकनीकी अनुसंधान के आधार पर पता चला कि उमेश यादव जमुई जिले के चौरा गांव में मौजूद है. वहां से उसे सकुशल बरामद कर लिया गया. पूछताछ में उमेश यादव ने बताया कि उसने खुद ही अपने साढ़ू के घर जाकर छिपने की योजना बनाई थी ताकि अपने पड़ोसियों को झूठे केस में फंसा सके. पुलिस ने मामले की तह तक पहुंचते हुए इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इस दौरान एक काले रंग की हीरो स्प्लेंडर बाइक (बीआर 01 बीएस 2306) व एक लावा कंपनी का नीले रंग का कीपैड मोबाइल फोन भी जब्त किया है. छापेमारी टीम में एसडीपीओ शिवम कुमार, हलसी थानाध्यक्ष राजेश कुमार रंजन, अवर निरीक्षक रविंद्र प्रसाद, राजेश रंजन यादव, सौरभ कुमार एवं डीआईयू टीम शामिल थी.
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