हलसी. प्रखंड मुख्यालय स्थित दुर्गा मंदिर मां मनोकामना सिद्ध वैष्णवी दुर्गा मंदिर में रविवार को भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जायेगा. दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर मां मनोकामना सिद्ध वैष्णवी दुर्गा मंदिर प्रांगण की साफ सफाई की गयी. हलसी पंचायत के सभी सफाई कर्मी ने पूरे मंदिर परिसर को साफ सफाई की. बता दें कि हर वर्ष दीपावली से एक दिन पहले हलसी के मां मनोकामना सिद्ध वैष्णवी दुर्गा मंदिर प्रांगण में भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जाता है. 15 हजार 108 दीपों के साथ रंगोली बनायी जाती है. सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है. इस वर्ष आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सिर्फ दीपोत्सव भव्य तरीके से मनाया जा रहा है. हलसी मुखिया प्रतिनिधि संतोष सिंह, कुंदन कुमार, सुमित कुमार ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भव्य दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दीवाली का इतिहास भगवान राम के साथ जुड़ा हुआ है. जब भगवान राम 14 साल का वनवास काटकर मां सीता व भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या धाम पहुंचे थे. तब वहां के लोगों ने घी के दीये जलाकर उनका स्वागत किया था. इस खास दिन को ही दीवाली के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में अयोध्या की तर्ज पर प्रति साल के भांति इस वर्ष भी मां मनोकामना सिद्ध वैष्णवी दुर्गा मंदिर में भी भव्य दीपोत्सव मनाया जा रहा है. दीपोत्सव मनाने के लिए लोग दूर दराज से यहां पहुंचते हैं. प्रखंड मुख्यालय स्थित दुर्गा मंदिर मां मनोकामना सिद्ध वैष्णवी दुर्गा मंदिर में आज रविवार को भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जायेगा. दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर मां मनोकामना सिद्ध वैष्णवी दुर्गा मंदिर प्रांगण की साफ सफाई की गयी. हलसी पंचायत के सभी सफाई कर्मी ने पूरे मंदिर परिसर को साफ सफाई की. बता दें कि हर वर्ष दीपावली से एक दिन पहले हलसी के मां मनोकामना सिद्ध वैष्णवी दुर्गा मंदिर प्रांगण में भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जाता है. 15 हजार 108 दीपों के साथ रंगोली बनायी जाती है. वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है, लेकिन इस वर्ष आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सिर्फ दीपोत्सव भव्य तरीके से मनाया जा रहा है. इस संबंध में जानकारी देते हुए हलसी मुखिया प्रतिनिधि संतोष सिंह, कुंदन कुमार, सुमित कुमार ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भव्य दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दीवाली का इतिहास भगवान राम के साथ जुड़ा हुआ है. जब भगवान राम 14 साल का वनवास काटकर मां सीता व भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या धाम पहुंचे थे, तब वहां के लोगों ने घी के दीये जलाकर उनका स्वागत किया था. इस खास दिन को ही दीवाली के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में अयोध्या की तर्ज पर प्रति साल के भांति इस वर्ष भी मां मनोकामना सिद्ध वैष्णवी दुर्गा मंदिर में भी भव्य दीपोत्सव मनाया जा रहा है. दीपोत्सव मनाने के लिए लोग दूर दराज से यहां पहुंचते हैं.
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