लखीसराय: पिपरिया प्रखंड के बीडीओ सुदामा सिंह को पिपरिया की प्रभारी सीडीपीओ सुषमा रानी ने फोन पर ऑफिस में घुस कर बेइज्जत करने की धमकी दी है. जानकारी के अनुसार, पिपरिया बीडीओ पहली जनवरी को अपने प्रखंड रामचंद्रपुर के पासवान टोला एवं दास टोला स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 10 एवं 11 का निरीक्षण करने पहुंचे थे. बीडीओ के साथ प्रखंड प्रमुख रविरंजन भी शामिल थे.
निरीक्षण के क्रम में बीडीओ ने केंद्र की अव्यवस्था, बच्चों की कम उपस्थिति, पोषाहार में गड़बड़ी तथा केंद्र पर सूची के टंगी नहीं होने पर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे. इसी बीच उक्त केंद्रों की सेविकाओं ने अपने सीडीपीओ को फोन पर इसकी जानकारी दी. जिसके बाद पिपरिया की प्रभारी सीडीपीओ सुषमा रानी ने मोबाइल से फोन कर बीडीओ सुदामा सिंह को उनके काम में हस्तक्षेप नहीं करने की धमकी दी. आगे इस तरह से कार्य करने पर बीडीओ को चेंबर में घुस कर बेइज्जत करने की भी धमकी दी. धमकी की पुष्टि करते हुए बीडीओ सुदामा सिंह ने कहा कि वे इसकी शिकायत प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारी से करेंगे. बीडीओ श्री सिंह ने कहा कि जब वे आंगनबाड़ी का निरीक्षण करने पहुंचे तो किसी आंगनबाड़ी केंद्र में भूसा रखा हुआ था, तो कहीं पुआल काटने की मशीन रखी हुई थी. बच्चे तो नाम मात्र थे.
उन्होंने कहा कि जब इस बारे में केंद्र की सेविकाओं से पूछा तो सेविकाओं ने कुछ जवाब देने के बजाय प्रभारी सीडीपीओ को फोन लगा कर इसकी जानकारी दी. इसके बाद सीडीपीओ ने उनके फोन पर धमकी देते हुए कहा कि वे उनके अधिकार क्षेत्र में घुस कर काम कर रहे हैं, इसका परिणाम अच्छा नहीं होगा. प्रभारी सीडीपीओ ने अभद्रता की सीमा को पार करते हुए उन्हें चेंबर में घुस कर बेइज्जत करने की धमकी भी दी. इस संबंध में सीडीपीओ सुषमा रानी से बात करने पर उनका मोबाइल नंबर 9431005564 बंद पाया गया. वहीं डीपीओ(आइसीडीएस) मंजू प्रसाद ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी अभी तक नहीं दी गयी है. डीपीओ ने कहा कि यदि ऐसा मामला है तो वे मामले की छानबीन कर दोषी पाये जाने पर संबंधित पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
कहते हैं जिलाधिकारी
जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि बीडीओ को अपने प्रखंड क्षेत्र में किसी भी योजना तथा स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र की जांच करने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि मामले की छानबीन कर दोषी पाये जाने पर पदाधिकारी पर कार्रवाई की होगी.