लखीसराय: जिले के चानन थाना क्षेत्र के बिछवे गांव में रविवार की अहले सुबह हुई महादलित महिला सरोजनी देवी हत्याकांड में मृतका के भैंसूर नागेश्वर मांझी के बयान पर सोमवार को चार लोगों को आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गयी.
मामले के सभी आरोपी फरार बताये जा रहे हैं. इस संबंध में चानन थानाध्यक्ष पंकज कुमार झा ने बताया कि मृतका दो बेटा दिल्ली में रह कर मजदूरी करता है.
उसने अपने टूटे-फूटे घर की मरम्मत कराने के लिए मां को 20 हजार रुपये भेजे थे. मृतका के घर की स्थिति जजर्र रहने की वजह से मृतका बेटों के द्वारा भेजे गये रुपये अपने पास ही रखा करती थी. इस बात की भनक उसके पड़ोसी कोकिल मांझी के परिवार को लग गयी. इसके बाद कोकिल मांझी और उसकी पत्नी अझोला देवी तथा पुत्र डेंगन मांझी और उसकी पत्नी इंदिरा देवी ने घात लगाकर सरोजनी देवी की हत्या कर उससे पैसे छीन लिये और फरार हो गये. उन्होंने बताया कि हत्या के दिन से चारों लोग अपने घर से फरार हैं. थानाध्यक्ष ने बताया कि कोकिल मांझी मूल रूप से महिसोना (लखीसराय) का रहने वाला है. वह विगत 15 सालों से अपने ससुराल बिछवे में रहने लगा था. पुलिस चारों आरोपियों की धर-पकड़ के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
ज्ञात हो कि रविवार की अहले सुबह चानन थाना क्षेत्र के बिछवे निवासी सरोजनी देवी की हत्या उसके घर से महज दो सौ फीट की दूरी पर स्थित बगीचे में करके गड्ढे में फेंक दिया गया था. घटनास्थल पर से शराब की बोतलें सहित अन्य सामान बरामद होने के बाद यह लोगों के लिए यह चर्चा का विषय बना हुआ था. कोई दुष्कर्म कर हत्या करने की बात कह रहा था, तो कोई प्रेम प्रसंग में हत्या किये जाने की बात कह रहा था. सोमवार को मृतका के भैंसूर द्वारा मामले का खुलासा करते हुए चार लोगों को आरोपी बनाये जाने के बाद सारी चर्चा पर विराम लग गया है.