मुजफ्फरपुर/लखीसराय : बिहार भक्ति आंदोलन का प्रयास रंग लाया और जिंदगी की आस छोड़ चुकी एक मां को उसका खोया बेटा मिल गया. मंगलवार को नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार के नेतृत्व में गठित पुलिस बल के दल ने बैरिया गोलंबर के समीप एक स्वीट्स हाउस से बंधक बने बाल मजदूर को मुक्त कराया है.
इस मामले में पुलिस ने होटल संचालक के पुत्र मनीष कुमार को गिरफ्तार किया. मुक्त बाल मजदूर लखीसराय के कजरा थाना क्षेत्र अंतर्गत माधोपुर गांव के इंद्रदेव महतो के 15 वर्षीय पुत्र संतोष कुमार (काल्पनिक नाम) बताया गया है. जो पांच वर्ष पूर्व से ही अपने घर से गायब था. छापामारी के दौरान बिहार भक्ति आंदोलन के आनंद कुमार, शिवम, विमल पराशर, अहियापुर व नगर थानाध्यक्ष उपस्थित थे.
बताया जाता है कि बिहार भक्ति आंदोलन के सदस्यों को गुप्त सूचना मिली कि बैरिया गोलंबर के समीप एक स्वीट्स हाउस में विगत पांच वर्षो से एक बाल मजदूर से काम लिया जाता है. इसके बाद सदस्यों ने पहले उस होटल में जाकर नाश्ता किया और इसी क्रम में उस बालक से घर का पता व सारी हकीकत पूछा.
इसके बाद सदस्यों ने लखीसराय के कजरा थाने से संपर्क किया. तब जाकर सारा मामला सामने आया और उक्त बालक के परिजनों को बुलाया गया. बिहार भक्ति आंदोलन की सूचना पर विशेष किशोर पुलिस इकाई के नोडल हेड व आइजी (कमजोर वर्ग) अरविंद पांडेय ने एसएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर छापामारी करने का निर्देश दिया. तब जाकर उक्त बालक को मुक्त कराया गया.
* बेटे को देख रो पड़ी ममता
पांच वर्ष बाद अपने कलेजे के टुकड़ों को देख उसकी मां व चाचा ममता फूट पड़ी और रोने लगी. मां सुदामा देवी व उसके चाचा जालेश्वर महतो ने बताया कि पढ़ने के लिए स्कूल गया था. शाम तक घर नहीं लौटा, तो इसकी तलाश बहुत जगहों पर की. लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला. हमलोग आस छोड़ चुके थे. आज बेटे को देख खुशी के आंसू निकल पड़े.
* भेजा गया चाइल्ड लाइन
मुक्त कराये गये बाल मजदूर को जिला बाल कल्याण समिति सदस्यों ने पूछताछ के बाद चाइल्ड लाइन निर्देश मझौलिया के हवाले कर दिया है. समिति सदस्य सह अधिवक्ता मो सफदर अली, बंदना शर्मा ने बताया कि मामला गंभीर है. इसलिए बुधवार को उक्त बालक से विशेष पूछताछ की जायेगी. इसके बाद परिजनों के हवाले किया जायेगा.
* मुजफ्फरपुर पुलिस ने छापेमारी कर बाल मजदूर को कराया मुक्त
होटल संचालक गिरफ्तार
* लखीसराय के माधोपुर गांव का है किशोर
* बिहार भक्ति आंदोलन के प्रयास से मिली सफलता