किशनगंज.जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ने कहा कि अधिकांश लोकल बच्चे रेस्क्यू किये जाते हैं. जब बच्चे पकड़े जाते हैं तब अभिभावक रोते हैं और कहते हैं कि बच्चे को छोड़ दीजिए. उन्हें चाहिए कि अपने बच्चों की स्वयं हिफाजत करें, बचपन उनका ना छीने. सदस्य रचना कुमारी ने कहा के किशनगंज में छोटी-छोटी बच्चियों के साथ भी बहुत सारे मामलात होते रहते हैं, समाज को चाहिए कि हम इसे रोकें. चाइल्ड लाइन के पंकज कुमार ने कहा कि अगर किसी भी बच्चे को परेशानी है तो ओपन 1098 पर मदद ले सकते हैं. राहत के कवि विपिन विहारी ने कहा कि हमलोग स्टेशन से जब बच्चे को रिस्क्यू करते हैं या उनसे काउंसिलिंग करके पूछते हैं तो पता चलता है कि वो बाहर काम करने के लिए जा रहे हैं, जो काम करने के लिए ले जाता है जैसे ही उससे बातचीत की जाती है. तब तक दलाल छोड़ के भाग जाता है. इस मौके पर अभिषेक अभिषेक ने कहा के हमलोग बाल संरक्षण समिति को और मजबूत बनाना चाहते हैं जिसके लिए इस कार्यालय से मदद की आवश्यकता है. सहायक निदेशक ने कहा कि हम पूरी मदद करेंगे ताकि ताकि. सभी लोगों को जानकारी प्राप्त हो सके. बैठक में जन निर्माण के. समन्वयक मुजाहिद आलम ने कहा कि यहां बच्चियों का भी मामला काफ़ी है. बच्चों को रेस्क्यू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है. अभिभावक तो चाहिए कि अपने बच्चों को स्वयं लेकर सफर करें छोटे बच्चों को ना छोड़ें
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